मुंबई डेस्क/ मध्य प्रदेश पुलिस के लुकआउट सर्कुलर जारी करने के एक महीने बाद मुंबई पुलिस ने भी कथित रूप से लोगों को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले दंपती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दंपती मुंबई का ही रहने वाला है।
सत्तारूढ़ शिवसेना के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस ने अशेषकुमार एस. मेहता और उनकी पत्नी शिवांगी लाड-मेहता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिनका वर्तमान ठिकाना अज्ञात है। पुलिस को संदेह है कि वे देश छोड़कर भाग गए होंगे।
हेगड़े की शिकायत के बाद, मुंबई पुलिस ने दंपति के बैंक खातों और एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म खाते को फ्रीज कर दिया है, जिनमें कुल 165 करोड़ रुपये हैं। मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि अनुमानित हजारों करोड़ रुपये के सफेदपोश घोटाले की जांच शुरू हो गई है।
हेगड़े ने कहा कि दोनों गोरेगांव से ब्लिस कंसल्टेंट्स के नाम से स्टॉक ब्रोकरेज चलाते थे। देश के विभिन्न राज्यों में उनके द्वारा की गई धोखाधड़ी तब सामने आई जब मध्य प्रदेश की शिवपुरी पुलिस ने ठाणे के एक ड्रग कूरियर को पकड़ा।
उन्होंने कहा कि उन पर मध्य प्रदेश में एनडीपीएस मामले में केस दर्ज किया गया था, जहां उनकी जमानत हाल ही में खारिज कर दी गई थी। उन्होंने कथित तौर पर देश भर में हजारों निवेशकों को धोखा दिया है। पुलिस कोटक महिंद्रा बैंक और बेंगलुरु स्थित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ज़ेरोधा से संपर्क कर रही है, जिसके माध्यम से मेहता परिवार शेयर बाजार में ट्रेडिंग करता था।
हेगड़े ने कहा कि अब तक विशेष पुलिस आयुक्त देवेन भारती, अतिरिक्त सीओपी परमजीत दहिया और डीसीपी कृष्णकांत उपाध्याय के प्रयासों से मेहता के 160 करोड़ रुपये को बैंक खातों में फ्रीज कर दिया गया है और ज़ेरोधा के 4.50 करोड़ रुपये भी फ्रीज किए गए हैं।
हेगड़े ने बताया, “हमें लोगों का पैसा वापस पाने, दंपती का पता लगाकर उन पर कानूनी कार्रवाई करने, उनकी अन्य संपत्तियों को जब्त करने के लिए कदम उठाने, मुंबई और देश में अन्य जगहों पर उनके सहयोगियों की जांच करने का भरोसा है।”
लो-प्रोफाइल मेहता 300 करोड़ रुपये के रैकेट के कथित मास्टरमाइंड हैं, लेकिन एमपी पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद वे अचानक ‘गायब’ हो गए, और हो सकता है कि वे विदेश भाग गए हों।