लखनऊ डेस्क/ पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार माना है। थोड़े ही अंतराल पर दो ट्वीट करके उन्होंने सरकारी मशीनरी पर हमला बोला। कहा कि मृतकों के परिजनों को लाश देकर भगा दिया गया। किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम तक नहीं कराया गया। मेडिकल कॉलेज में मरीजों के भर्ती कार्ड भी गायब कर दिए गए हैं। यह अत्यंत दुखद है। अखिलेश ने कहा कि इस मामले में दोषी लोगों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार को मृतक परिवारों को 20-20 लाख रुपये की मदद करनी चाहिए।
अखिलेश का यह बयान गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को ऑक्सीजन की कमी से 30 बच्चों की मौत के बाद आया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि गोरखपुर मेडिकल कॉलेज की घटना में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि डीएम इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच करा रहे हैं। जबकि विभाग की ओर से महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को वहां भेजा गया है। टंडन ने इस बात पर नाराजगी जताई की बुधवार की मुख्यमंत्री की बैठक में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने ऑक्सीजन की समस्या का जिक्र तक नहीं किया गया।
उन्होंने पिछले 24 घंटे में 30 मौतों के प्रश्न पर कहा कि सारी सच्चाई जांच में सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को 23 बच्चों की मौत हुई जबकि 11 अगस्त को सात बच्चों की मौत हुई। बृहस्पतिवार को 23 बच्चों की मृत्यु पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इनमें से 14 बच्चों की मौत एनआईसीयू में हुई है। जबकि तीन मौत एईएस व छह मौत नॉन एईएस के कारण हुई है। उन्होंने मामले की पूरी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दे दी है।