TIL Desk लखनऊ:पिछले कई सालों से चेहलुम के जुलूस में नई नई चीजों को शरीक करके जुलूस ए आज़दारी के तकददुस और एहतेराम को कम करने की कोशिश की जा रही थी, उसको देखते हुए शहर के कुछ नौजवानों ने उलमा से राबता किया और इस बात पर अफसोस का इजहार किया के लखनऊ की आज़दारी जो पूरी दुनिया में मशहूर है उसको खराब किया जा रहा है।
इस सिलसिले में नौजवानों ने आयतुल्लाह हमीदुल हसन साहब रूहुल मिल्लत मौलाना आगा रूही साहब मौलाना कल्बे जवाद मौलाना सैफ़ अब्बास साहब मौलाना फरीदुल हसन से मुलाक़ात की और तमाम उलमा ने इस बात पर इत्तेफाक किया के चेहलुम के जुलूस में कोई नई चीज़ को न शरीक किया जाए और खदीमी रवायात से जुलूस को बरामद किया जाए। लिहाजा मोमिनीन जुलूस के तकददुस को कायम रखें और जुलूस में ख़्वातीन जियारत की गरज से तशरीफ लाएं।
उलमा ने अपनी तहरीर देकर नौजवानों के साथ इत्तेफ़ाक किया।