वाराणसी डेस्क/ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले वर्ष नोएडा जाकर एक मिथक तोड़ा था, और अब वाराणसी में चंद्रग्रहण के दौरान अन्नग्रहण कर सदियों से चले आ रहे मिथक को तोड़ने का काम किया और यह संदेश देने की भी कोशिश की कि मिथकों से डरने की जरूरत नहीं है। वाराणसी में ऐसा ही कुछ देखने को मिला।
संत रविदास जयंती के अवसर पर वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने चंद्रग्रहण के बीच मंदिर में मत्था टेंकने के बाद संगत में बैठकर प्रसाद ग्रहण किया। काशी में सीएम योगी ने जिस मिथक को तोड़ा वह ग्रहण पर लगने वाले सूतक को लेकर है। देश में शाम 5.17 से रात 8.42 बजे तक लगे चंद्रग्रहण के सूतक के दौरान अन्नग्रहण नहीं किया जाता है। ग्रहण के दौरान सूतक काल में सदियों से चले आ रहे इस मिथक को सीएम ने तोड़ा।
गौरतलब हो कि इससे पहले योगी ने नोएडा में उस मिथक को तोड़ा था, जिसमें कहा जाता रहा है कि यहां जो भी मुख्यमंत्री आता है उसकी कुर्सी चली जाती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा पहुंचकर न सिर्फ मिथक तोड़ा बल्कि यह भी कहा था कि वह नोएडा आते रहेंगे।