लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जनपद मथुरा की पूर्ववर्ती नगर पालिका परिषद वृंदावन एवं नगर पंचायत बरसाना के अधिसूचित क्षेत्र को ‘पवित्र’ तीर्थस्थल घोषित किया है। इस संबंध में शासन के धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया, मथुरा जिले का वृंदावन क्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली एवं भगवान श्रीकृष्ण व उनके ज्येष्ठ भाई बलराम की क्रीड़ास्थली के रूप में विश्व विख्यात है। साथ ही, बरसाना राधारानी की जन्मस्थली और क्रीड़ास्थली है।
उन्होंने आगे कहा कि, इन पवित्र स्थानों पर देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने एवं पुण्य लाभ के लिए आते हैं। इन तीर्थस्थलों की पौराणिक महत्ता एवं पर्यटन की दृष्टि से इनके अत्यधिक महत्व को देखते हुए इन्हें पवित्र तीर्थस्थल घोषित किया गया है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मथुरा-वृन्दावन क्षेत्र में चौराहों के सौंदर्यीकरण व नए चौराहे बनाने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान निगम क्षेत्र में बेहतर स्वच्छ्ता सुनिश्चित करने के लिए सफाई की नियमित निगरानी और कूड़े के निस्तारण के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात भी कही गई थी।
सौंदर्यीकरण योजना में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व पार्किंग के विकास को शामिल करने और सड़कों पर विज्ञापनों के लिए स्थान तय करने और मथुरा वृन्दावन के लिए प्रवेश के सभी रास्तों पर द्वार बनाने सहित उन पर कृष्ण लीला और ब्रज की संस्कृति उकेरने संबंधी भी निर्देश दिए गए थे। उल्लेखनिय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृन्दावन के संत समाज को भरोसा दिलाया था कि राज्य सरकार जल्द ही मथुरा के वृन्दावन, गोवर्धन आदि सात धर्मस्थलों को ‘तीर्थस्थल’ घोषित करेगी तथा एनजीटी के आदेश पर चल रहे ध्वस्तीकरण कार्य से आश्रमों एवं आम जनता को नुकसान से बचाने के लिए कोई न कोई रास्ता अवश्य निकालेगी।