बेंगलुरु डेस्क/ बेंगलुरु कॉलेज के छात्र, जिसे एक लड़की से प्यार करने के कारण आग लगा दी गई थी, ने तीन दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद मंगलवार को यहां एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।मृतक की पहचान आरआर नगर निवासी शशांक के रूप में हुई।
पुलिस जांच में पता चला कि शशांक मैसूर की एक दूर की रिश्तेदार लड़की से प्यार करता था, लेकिन दोनों पक्षों के माता-पिता इसके विरोध में थे। 3 जुलाई को जब वह बेंगलुरु आई थी तो शशांक उसे अपने घर ले गया था। हालांकि, जब उसके माता-पिता और रिश्तेदारों को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया और लड़की को अपने साथ ले गए।
फिर शशांक उसे भूल गया और सामान्य रूप से कॉलेज जा रहा था। शनिवार को उसके पिता रंगनाथ उसे कॉलेज छोड़ने गए थे। जब शशांक घर लौटने के लिए बस का इंतजार कर रहा था, तो लड़की के रिश्तेदारों ने उसका अपहरण कर लिया, उसके हाथ-पैर बांध दिए, उसके ऊपर कोई ज्वलनशील पदार्थ डाला और उसे आग लगा दी।
आग से झुलसने के दौरान पीड़ित ने किसी तरह अपने परिवार को फोन किया। उसने अपनी लोकेशन भी भेज दी थी और आग बुझाने के लिए अपने शरीर पर रेत भी लेप ली थी। हालांकि, जब परिजन उसके पास पहुंचे तो वह 80 फीसदी तक जल चुका था। पुलिस ने अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।