बिजनौर डेस्क/ यूपी के बिजनौर जिले की नजीबाबाद थाना पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर ठगी करने वाले तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि कॉल सेंटर के जरिए ज्यादातर एंटी वायरस, सॉल्यूशन और तकनीकी सहायता प्रदान करने के बहाने लोगों को धोखा दिया जाता था।
इंस्पेक्टर राधेश्याम के नेतृत्व में नजीबाबाद पुलिस स्टेशन की टीम ने एक गुप्त सूचना के बाद नजीबाबाद के मोहल्ला वाहिदनगर सम्राट वाली गली में वसीम के मकान से चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने नमन, इमरान उर्फ अंश और समीर मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान टीम ने मौके से 7 लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन , 9 क्रेडिट कार्ड , 2 डेबिट कार्ड , 2 आधार कार्ड और नकद 94,500 रुपये जब्त किया।
शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण रंजन ने कहा कि हमें जानकारी मिली कि एक फर्जी कॉल सेंटर ने तकनीकी सहायता प्रदान करने के बहाने कई लोगों को धोखा दिया। ये युवा कॉल सेंटर में कार्यरत थे, जो दूरसंचार विभाग द्वारा जारी लाइसेंस के बिना संचालित किया जा रहा था।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे साइबर ठगी में संलिप्त हैं। इसके लिए वह विदेशी नम्बर प्राप्त कर सोशल मीडिया से लोगों की व्यक्तिगत जानकारी हासिल करके कॉलिंग साफ्टवेयर की मदद से विदेशी नंबरों पर कॉल करके एंटी वायरस, सॉल्यूशन और तकनीकी सहायता प्रदान करने के नाम पर लोगों को गुमराह करके पैसा हड़पते थे।
अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। इसमें अन्य लोगों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। नजीबाबाद पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है।