लखनऊ डेस्क/ दो अप्रैल को दलित संगठनों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ किए भारत बंद में हुई हिंसाओं के लिए बीएसपी ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाजपा सरकार पर दलित समाज के दिलेर युवाओं को टारगेट करके उन्हें प्रताड़ित करने व उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है।
मायावती ने कहा कि यूपी की भाजपा सरकार अपराधियों को एनकाउंटर करने के नाम पर दलित और निर्दोषों को मार रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को इसका संतोषजनक जवाब देना चाहिए कि पुलिस एनकाउंटर के बाद दलितों के खिलाफ यह घृणित जातिवादी हत्याएं क्यों? उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि क्या दलित अत्याचार के मामले में उत्तर प्रदेश, गुजरात मॉडल का शर्मनाक अनुसरण करेगा?
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि एससी/एसटी कानून में दिए गए अधिकारों की रक्षा के लिए दलित व आदिवासी समाज के लोग हर प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार हैं, जिसका ताजा उदाहरण 2 अप्रैल को देखने को मिला, लेकिन असामाजिक व जातिवादी तत्वों ने पहले आगजनी व हिंसा का षड्यंत्र करके उस एससी/एसटी कानून बचाओ जन आंदोलन को बदनाम करने की साजिश की. उन्होंने कहा कि सरकारी तांडव शुरू करके हजारों निर्दोष लोगों को विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार किया जा रहा है और अब युवाओं को प्रताड़ित करने के साथ-साथ उनकी टारगेट हत्या तक होने लगी है, जो निंदनीय है।
मायावती ने कहा कि अपने जायज अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर के अनुयायियों के प्रति भाजपा सरकार की हीन व जातिवादी मानसिकता का त्याग बहुत ही जरूरी है. बाबा साहेब का ही कहना है कि जातिवाद का त्याग ही सच्चा राष्ट्रधर्म है। भाजपा नेताओं को इसका स्मरण व अनुसरण भी करना चाहिए।