- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रदान कर रही 30 ग्रेजुएट और 13 पोस्ट ग्रेजुएट
TIL Desk लखनऊ:चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ को राज्य (निजी) यूनिवर्सिटी के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य विधानसभा द्वारा उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (पांचवां संशोधन) अधिनियम, 2024 पारित किए जाने के कुछ दिनों बाद ही, शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से शैक्षणिक पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मान्यता मिल गई है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रबंध निदेशक जय इंदर सिंह संधू ने यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ को 24 जनवरी, 2025 को यूजीसी से मान्यता मिल गई है और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अब यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 2(एफ) के तहत राज्य के सार्वजनिक यूनिवर्सिटियों की सूची में शामिल हो गई है।
उन्होंने कहा कि यूजीसी की मान्यता के साथ, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ अब 2025-26 शैक्षणिक सत्र से 43 एआई-संवर्धित भविष्य के स्नातक शैक्षणिक कार्यक्रम पेश कर रही है, जिसमें 30 ग्रेजुएट (यूजी) और 13 पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) पाठ्यक्रम शामिल हैं। इन पाठ्यक्रमों में 2025-26 में नए शैक्षणिक वर्ष से इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और टेक्नोलॉजी, बिज़नेस मैनेजमेंट, हेल्थ और लाइफ साइंसेज, ह्यूमैनिटीज तथा लीगल स्टडीज़ सहित छह धाराएँ शामिल हैं।
जय इन्दर सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ इंजीनियरिंग में नौ ग्रेजुएट और तीन पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स प्रदान कर रही है। इस तरह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ बिजनेस मैनेजमेंट में चार ग्रेजुएट और सात पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स तथा कंप्यूटर एप्लीकेशन में तीन ग्रेजुएट और दो पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रमों के अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ में कॉमर्स में दो ग्रेजुएट (यूजी) पाठ्यक्रम, साइंस में तीन, फार्मेसी में एक, लीगल स्टडीज में तीन तथा ह्यूमैनिटीज में तीन यूजी पाठ्यक्रम प्रदान कर रही है जिसमें जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन शामिल हैं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रबंध निदेशक जय इन्दर सिंह ने कहा,“विभिन्न क्षेत्रों के दूरदर्शी अग्रणियों द्वारा स्थापित, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ ने इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट , सोशल साइंसेज , लॉ और ह्यूमैनिटीज सहित विभिन्न धाराओं में एआई को शामिल किया है, जो 21वीं सदी के शिक्षार्थियों को वैश्विक मुद्दों की व्यापक समझ प्रदान कर उन्हें एआई-संचालित कार्यबल बनने के लिए तैयार कर है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ छह धाराओं में 43 एआई-संवर्धित भविष्यवादी कार्यक्रमों के माध्यम से एआई-संवर्धित मल्टीडिसिप्लिनरी शिक्षा प्रदान कर रही है ताकि इनोवेशन की भावना को जागृत कर समग्र शिक्षा की सुविधा के लिए एआई की अपार क्षमता का लाभ उठाया जा सके।”
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में छह ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रम प्रदान कर रही है जिसमें कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग , डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी , इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी , तथा मास्टर इन एआई और मशीन लर्निंग में टेक्नोलॉजी (एमटेक) शामिल है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में, छह ग्रेजुएट औरपोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रमों की पेशकश कर रही है, जिसमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में बीटेक, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक, सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक (सीई) उद्योग के अग्रणी लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) के सहयोग से, कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट में एमटेक (सीई) और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में एमटेक (सीई) शामिल हैं।
बिजनेस मैनेजमेंट में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ 11ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम प्रदान कर ररही है, जिसमें बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), बीबीए-बिजनेस एनालिटिक्स, बीबीए-डिजिटल मार्केटिंग, बीबीए-ब्रांडिंग और विज्ञापन , मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए), पीडब्ल्यूसी के साथ एमबीए-एप्लाइड फाइनेंस, एनएसई अकादमी के साथ एमबीए-फिनटेक, आईबीएम के सहयोग से एमबीए-बिजनेस एनालिटिक्स, एमबीए-स्ट्रैटेजिक एचआर, एमबीए-डिजिटल मार्केटिंग और एमबीए-डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शामिल हैं। कॉमर्स स्ट्रीम में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने लखनऊ कैंपस में बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स) और बी कॉम (ऑनर्स) एसीसीए (इंटरनेशनल अकाउंटिंग एंड फाइनेंस) के साथ प्रदान कर रही है।
कंप्यूटिंग और इनफार्मेशन साइंसेज में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ तीन ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रम पेश कर रही है, जिसमें बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए), मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (एआई और एमएल) में विशेषज्ञता के साथ एमसीए शामिल हैं।
डेटा साइंस और गणित में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ कैंपस में पेश किए जा रहे दो पाठ्यक्रमों में डेटा साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) और बीसीए डेटा साइंस शामिल हैं। हेल्थ और लाइफ साइंसेज की बात करें तो, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ बैचलर ऑफ साइंस (बायोटेक्नोलॉजी), बीएससी फोरेंसिक साइंस, बैचलर ऑफ फार्मेसी (बी फार्मा), बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री, बीएससी-मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (एमएलटी), बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी और बीएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स सहित सात स्नाग्रेजुएट पाठ्यक्रम पेश कर रही है।
ह्यूमैनिटीज और लिबरल आर्ट्स में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ लिबरल आर्ट्स में लिबरल आर्ट्स में बैचलर ऑफ आर्ट्स (ऑनर्स), बीए मनोविज्ञान (ऑनर्स) और बीए-जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन सहित तीन पाठ्यक्रमों पेशकश कर रही है। लीगल स्टडीज में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी), बैचलर ऑफ आर्ट्स -एलएलबी (एकीकृत) और बीबीए-एलएलबी सहित तीन पाठ्यक्रमों की प्रदान कर रही है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रबंध निदेशक जय इंदर सिंह संधू ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ में इन पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीईटी 2025) पोर्टल (https://cucet.cuchd.in) के माध्यम से किए जा रहे हैं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ में प्रवेश के लिए अनिवार्य राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के अलावा, CUCET प्रतिभाशाली छात्रों को 100% तक छात्रवृत्ति प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करती है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के दौरान, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ में छात्रों को 40 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त, यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक अनुसंधान में करियर बनाने वाले छात्रों की सहायता करने के लिए 3 करोड़ की सीवी रमन छात्रवृत्ति प्रदान करेगी।”
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ को यूजीसी की मान्यता मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, सांसद (राज्यसभा) और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में इनोवेशन लगभग हर उद्योग और व्यवसाय में मानवता के भविष्य को आकार दे रही हैं। 83 प्रतिशत कंपनियाँ पहले से ही अपनी व्यावसायिक रणनीतियों में एआई का उपयोग कर रही हैं और एआई-संचालित परिवर्तन से अकेले भारत में 47 लाख नौकरियां पैदा होने का अनुमान है, जिनमें से 27 लाख नौकरियां 2028 तक उत्पन्न होंगी। इस प्रकार एआई के वैश्विक स्तर पर केंद्र में आने के साथ, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का विजन देश के युवाओं को एआई जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल से लैस करके भारत को एआई के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है।”
सतनाम सिंह संधू ने कहा,”प्रधानमंत्री मोदी के तकनीकी रूप से उन्नत भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ, लखनऊ में भारत के पहले एआई सिटी के आसपास स्थित पहली यूनिवर्सिटी है। देश के शैक्षिक परिदृश्य में क्रांति लाने के लिए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ पारंपरिक STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्रों से बढ़कर AI-संवर्धित मल्टीडिसिप्लिनरी शिक्षा प्रदान करने वाली भारत की पहली यूनिवर्सिटी भी है।
यूनिवर्सिटी देश को तकनीकी नवाचार, अनुसंधान और उत्कृष्टता का केंद्र बनाने के विजन को साकार करने के लिए AI-संवर्धित पाठ्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को विश्व स्तरीय बहु-विषयक AI शिक्षा प्रदान करके उत्तर प्रदेश और भारत की प्रगति के लिए काम करना जारी रखेगा,”
इस से पहले 6 जनवरी को, उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री, योगेन्द्र उपाध्याय नेशैक्षणिक वर्ष 2025-2026 के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ की वेबसाइट और प्रॉस्पेक्टस को लांच किया था। जबकि सितंबर 2024 तक, उत्तर प्रदेश सरकार ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एक कैंपस खोलने के लिए “अनुमति पत्र” प्रदान कर दी गई थी।