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कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने शमा मोहम्मद द्वारा रोहित शर्मा को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी

नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने बुधवार को शमा मोहम्मद द्वारा रोहित शर्मा को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनके बयान से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखती है। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि भाजपा इस बात के इंतजार में बैठी रहती है कि कांग्रेस और ममता बनर्जी की पार्टी का कोई नेता ऐसा बयान दे, जिससे उन्हें विरोध का मौका मिले। राशिद अल्वी ने बुधवार को कहा कि भाजपा ऐसे बयानों को तोड़-मरोड़कर मीडिया के सामने पेश करती है, ताकि हमारी छवि खराब की जा सके। मेरे साथ भी कई बार ऐसा हो चुका है।

उन्होंने भाजपा को मुस्लिम विरोधी पार्टी बताते हुए कहा कि वह अपने वोट बैंक को खुश करने में लगी हुई है। यह अपने-आप में तुष्टिकरण की राजनीति है। कांग्रेस नेता ने स्वीकार किया कि मौजूदा समय में देश में मुसलमान पूरी तरह से सुरक्षित हैं, उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है। लेकिन, "कुछ जगह ऐसे जरूर हैं, जहां पर मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है"। कहीं पर उन्हें गाय की वजह से हमलों का सामना करना पड़ रहा है, तो कहीं जबरन "जय श्री राम" बोलने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि देश का मुसलमान मौजूदा समय में भाजपा के खिलाफ है। ऐसी स्थिति में अगर मुसलमानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय होगा, तो सबसे पहले हिंदू समुदाय के लोग आगे आएंगे। वही अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रमजान की बधाई दिए जाने पर कहा कि प्रधानमंत्री हमें रमजान की बधाई दें या न दें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं उन्हें सुझाव देना चाहूंगा कि अगर वह मुसलमानों के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं, तो सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की भाषा में सुधारवाएं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक सूची देनी चाहिए, जिसमें यह स्पष्ट हो कि किस-किस मस्जिद के नीचे मंदिर है। आज से 600 साल पहले क्या हुआ था, उसे अब कैसे साबित किया जाएगा। देश में वर्शिप एक्ट है, उसका पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ अगर एक योगी की तरह व्यवहार करना चाहते हैं, तो सबसे पहले मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दें। इसके बाद वह योगी की तरह व्यवहार करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।

मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मी नगर किए जाने को लेकर भी राशिद अल्वी ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग नाम बदलने को ही सबसे बड़े काम के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश करते हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा को लगता है कि किसी भी शहर का नाम बदलने से वहां विकास हो जाएगा। लेकिन, यह विकास नहीं है।

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