कानपुर डेस्क/ आईआईटी के एयरोस्पेस विभाग में तैनात दलित प्रोफेसर द्वारा लगाए गए भेदभाव व उत्पीड़न के आरोप में चार प्रोफेसर दोषी पाए गए हैं। जांच टीम ने संस्थान के कई शिक्षक व कर्मचारियों का बयान दर्ज करने के बाद संस्थान के निदेशक को रिपोर्ट सौंप दी है। इन दोषी प्रोफेसरों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर 19 मार्च को होने वाली बोर्ड बैठक में फैसला लिया जाएगा। उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद आईआईटी प्रशासन में हडकंप मच गया था।
मामला जनवरी महीने का है जब दलित प्रोफेसर ने डॉ सुब्रमण्यम सडरेला ने चार वरिष्ठ प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाया था। जानकारी के मुताबिक डॉ सडरेला पर जाति सूचक कमेंट्स पास किये जाते थे। इसके साथ ही उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है व मानसिक प्रताड़ित किया जाता था। इसकी शिकायत उन्होंने संस्थान के बोर्ड सदस्यों से की थी।
प्रो. विनय पाठक ने बताया कि सभी सदस्यों ने आईआईटी के प्रोफेसरों के बयान के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट को संस्थान के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल को सौंप दी गई है। मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिल गई है| इस मामले में चारों प्रोफेसर दोषी पाए गए है।