TIL Desk लखनऊ: लखनऊ में आज डॉक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के द्वारा प्रांतीय अधिवेशन का आयोजन गांधी सभागार में किया गया। इस प्रांतीय अधिवेशन में देश प्रदेश भरी संख्या मै कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत संगठन के पद अधिकारियों ने बुद्ध एवं बोधिसत्व बाबासाहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्वलकर बुद्ध वंदना एवं भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़कर कार्यक्रम की शुरुआत की ।
वही मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने कहा जो उच्चतम न्यायालय के संविधानिक पीठ ने अनुसूचित जाति एवं अनूसूचित जनजाति के भीतर विभाजन करके आरक्षण की व्यवस्था लागू कर सकने के लिए जो निर्णय दिया है उसको निराशाजनक एवं सवर्ण मानसिकता वाला निर्णय माना है।
इससे रिक्तियों न भरने के लिए उपयुक्त उम्मीदवार न भरने जैसे बहाने और शसक्त होंगे। साथ ही इस व्यवस्था से समाज और कमजोर तथा असहाय होगा क्योंकि आरक्षण लागू करने वाली संस्थाओं पर नागरिको का दबाब कम होगा।
अतःआह्वाहन किया कि केंद्र सरकार इस निर्णय के खिलाफ संसद में कानून बनाये। इस प्रांतीय अधिवेशन के माध्यम से बहुजन समाज के लोगों को एकत्र करके यह फैसला लिया है कि इस सरकार के फैसले का विरोध करते हैं और इसकी लड़ाई लड़ने के लिए वह कोई भी हदपार कर सकते हैं।
बाइट:: भवन नाथ पासवान (राष्ट्रीय अध्यक्ष)