- एक शिक्षक, कवि, साहित्यकार और समाजसेवी के रूप में वैश्विक पहचान को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान।
TIL Desk लखनऊ:भारतीय हिंदी साहित्य, समाज सेवा और सांस्कृतिक चेतना के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले पी.बी.कालेज प्रतापगढ़ के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रवक्ता, कवि, साहित्यकार, समीक्षक और विभिन्न ख्यातिलब्ध राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सेवा संगठनों के उच्च पदाधिकारी के रूप में अपनी विशिष्ठ पहचान रखने वाले जनपद प्रतापगढ़ के डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित बुद्धा इंटरनेशनल ऑनर सेरेमनी में “डॉक्टरेट इन ह्यूमैनिटी” की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
यह उपाधि उन्हें नैतिक लेखन,सामाजिक संवाद और मानवीय मूल्यों की स्थापना में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान की गई। डॉ. विनय श्रीवास्तव जी एक संवेदनशील कवि होने के साथ-साथ ऐसे साहित्यकार हैं,जिनकी लेखनी समाज को जोड़ने और विशेष जागरूकता फैलाने का कार्य करती है। उनके विचारों व रचनाओं में राष्ट्रीय चेतना,धार्मिक सौहाद्र,सांस्कृतिक समरसता,राष्ट्रप्रेम एवं श्रृंगार रस,वीररस,सौंदर्य प्रेम,प्रकृति प्रेम,शिक्षा,संस्कार,सेवा भाव, अनुशासन,चरित्र निर्माण और साहित्यिक गरिमा का संगम देखने को मिलता है।
यह उपाधि उन्हें हिज हाइनेस राजा जनरल ग्रैंड मास्टर प्रो. दातो सेरी डॉ. सुमपंद रथफट्टाया डीएससी (थाईलैंड), एचआईआरएच एचई महाराजा पंगेरन ड्यूक प्रिंस राडेन मास नगाबी (मलेशिया), थाईलैंड सरकार के पुलिस सलाहकार पोल. लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. मोनरुडी सोमार्ट,बौद्ध धर्मगुरु फ्रा अचन विचैन और भारत देश से धराधाम इंटरनेशनल के मानद कुलपति प्रो. डॉ. सौरभ पाण्डेय जी महाराज की उपस्थिति में प्रदान की गई।
इस भव्य और ऐतिहासिक अवसर पर भारत सहित कई देशों के धार्मिक गुरु,लेखक,सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। सभी ने डॉ. विनय श्रीवास्तव को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं अशेष शुभकामनाएं दी और इसे भारतीय सांस्कृतिक विचारधारा की वैश्विक स्वीकृति के रूप में सराहा।
डॉ. श्रीवास्तव को थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में मिले इस मान सम्मान से स्वजनों,परिजनों,रिश्तेदारों,इष्टमित्रों,विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों व सैकड़ों शिक्षकों ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए फोन और व्हाट्सएप मैसेज कर अपनी बधाईयां प्रेषित कर रहे हैं।