सुल्तानपुर डेस्क/ सुल्तानपुर सदर विधानसभा सीट से सपा विधायक व पार्टी प्रत्याशी अरुण कुमार वर्मा पर गैंग रेप का आरोप लगाने वाली युवती की मौत के बाद विधायक अरुण कुमार वर्मा समेत अन्य के खिलाफ जयसिंहपुर कोतवाली पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। रेप पीड़ित युवती का शव शनिवार उसके गांव के पंचायत भवन के पीछे मिला था। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर युवती के गले में रस्सी के निशान से हैगिंग की बात कह रही है।
गैंग रेप का मुकदमा अक्टूबर 2013 को दर्ज हुआ था। कोर्ट में महिला के कलमबंद बयान के आधार पर इस केस में सदर विधायक अरुण वर्मा समेत उनके साथियों का नाम प्रकाश में आया। पुलिस विवेचना में विधायक वर्मा समेत महिला दरोगा पूनम यादव व वीरेन्द्र सिंह का नाम मुकदमे हटा कर उन्हें पुलिस ने क्लीन चिट दे दी। लेकिन इस कार्रवाई पर युवती ने कोर्ट में एतराज जताया ।जिसके बाद में एएसीजेएम कोर्ट ने 23 सितम्बर 2015 को पुलिस द्धारा दी गयी फाइनल रिपोर्ट खारिज कर पुन: विवेचना का आदेश दिया।
मई 2016 में हाईकोर्ट ने चार माह में मुकदमा निपटाने का आदेश दिया। फिर सुनवाई पूरी नहीं होने पर हाईकोर्ट ने यहां की कोर्ट से जवाब मांगा। मामले में कोर्ट ने धारा 319 के तहत विधायक को तलब किया था। इसकी सुनवाई 21 फरवरी को होनी है। इस बीच युवती की हत्या हो गई। इसी केस में आशू सिंह, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव और अंजुम जेल में हैं। उन्हें अभी जमानत नहीं मिल सकी है।
एएसपी ने बताया कि पीड़ित युवती के पिता की तहरीर में आरोप है कि विधायक ने साजिश कर बेटी की हत्या करा दी। मामले की गहराई से जांच हो रही है। साक्ष्य मिलने के बाद ही विधायक अरुण वर्मा की गिरफ्तारी की जाएगी। आरोप है कि कोर्ट से केस वापस लेने के लिए विधायक वर्मा व उनके गुर्गे पीड़ित पर दबाव डाल रहे थे।शनिवार की रात युवती की लाश मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।