सुल्तानपुर डेस्क/ सपा सरकार के कद्दावर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति का बचाव करते नजर आए। उन्होंने कहा, ”गायत्री निर्दोष हैं, हम उनके साथ हैं।” राजा भैया सोमवार को बल्दीराय तहसील के तिरहुत बाजार स्थित इंटरमीडिएट कॉलेज में विद्यालय संस्थापक राजा बद्रीप्रताप सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा, गायत्री मामले में कोर्ट सुनवाई कर रहा है। जल्द ही सही-गलत का फैसला हो जाएगा। गायत्री का बचाव करते हुए उन्होंने मीडिया को आड़े हाथों लिया और कहा, कभी-कभी हम लोगों को मीडिया ट्रायल की भारी कीमत चुकाना पड़ता है।
उन्होंने वर्तमान सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, सरकार चाहे जिसकी हो, लेकिन क्राइम बंद नहीं होगा। बड़ी बात ये है कि क्राइम के बाद पुलिस किस तरह से न्याय करती है। पिछली सरकार के द्वारा किए गए कार्यों की जांच जरूर होनी चाहियए, लेकिन जांच के साथ काम भी कराया जाना जरूरी होता है। कार्यक्रम में एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह, एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक चन्द्रभद्र सिंह ‘सोनू’, गौरीगंज विधायक राकेश सिंह, सदस्य जिला पंचायत व पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह ‘मोनू’ सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
गायत्री प्रजापति पर रेप और भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं। उन्हें तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त भी किया था, लेकिन बाद में दोबारा शामिल कर लिया गया। इस बार उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर अमेठी से किस्मत आजमाई, लेकिन हार गए थे। यूपी चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन का मामला देखने को मिला था, जब कानपुर से अमेठी ले जाई जा रही 4000 साड़ियों की एक खेप को पुलिस ने पकड़ा, बिल पर भी गायत्री प्रजापति का नाम था। इस मामले में केस दर्ज हुआ था।
सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर के मुताबिक, यूपी सरकार में गायत्री प्रजापति के करियर का ग्राफ दस साल में फर्श से अर्श तक पहुंच गया। साल 2002 में वो बीपीएल कार्ड धारक हुआ करते थे, लेकिन अब उनकी संपत्ति 942 करोड़ पहुंच गई है। खबरों के मुताबिक करीब 13 कंपनियों उनके अंडर चलती हैं। 2017 के चुनावी हलफनामे में उनकी संपत्ति 10 करोड़ है, जबकि पिछली बार 1.83 करोड़ की घोषणा की थी।