रामपुर डेस्क/ सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा- भारतीय गायों को एयरलिफ्ट के जरिए कतर भेजा जा रहा है। अगर सरकार को गायों को कटवाना ही था तो कतर भेजने की क्या जरूरत थी। भारतीय कसाइयों को ही दे देते। आजम ने यह बात कतर के कारोबारी मोताज अल खैय्यात द्वारा 4,000 गाय एयरलिफ्ट कराने की खबर के बाद कही है। बता दें, कारोबारी मोताज ने यह फैसला कतर में दूध की कोई कमी न हो इसके लिए लिया है। आजम ने आगे कहा- कान को घुमा कर पकड़ने की क्या ज़रूरत थी। सीधा ही पकड़ लेते। अब कहां हैं वो गो रक्षक और गौ माता के भक्त जो गरीब को पालने के लिए गाय ले जाने पर उसे जान से मार देते हैं।
सिर्फ गुमान के नाम पर इंसानों की जान लेने वाले और क़त्ल करने वाले अब खामोश क्यों हैं। आज़म खान ने कहा- मैं भारत सरकार से मांग करता हूं कि कतर तो इस्लामिक मुल्क है इसलिए गायों को कतर न भेज कर श्रीलंका या नेपाल भेजें। आजम का यह बयान उनके निजी पीआरओ ने जारी किया।
दूध संकट से निपटने के लिए पहली बार 4000 गायों को ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका से एयरलिफ्ट किया जाएगा। इस काम की जिम्मेदारी कतर के कारोबारी मोताज अल खैय्यात ने ली है। मोताज पावर इंटरनेशनल होल्डिंग के अध्यक्ष हैं। गायों को एयरलिफ्ट करने के लिए कतर एयरवेज को 60 बार उड़ान भरनी होगी। गाय आयात करने का मकसद कतर में ताजे दूध की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। गायों को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से खरीदा जाएगा और फिर उन्हें एयरलिफ्ट किया जाएगा।
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सऊदी अरब यात्रा के बाद 5 जून को सऊदी अरब, यूएई, मिस्र और बहरीन ने कतर पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए उसके साथ सभी आर्थिक व कूटनीतिक संबंध तोड़ लिए हैं। संबंध खत्म होने के चलते कतर में खाने-पीने की सप्लाई के कम होने या फिर खत्म होने के कयास लगाए जा रहे हैं क्योंकि कतर का आधे से ज्यादा खाने-पीने का सामन पड़ोसी मुल्कों से आता है।