मुंबई डेस्क/ सावित्रीबाई फुले महिला हॉस्टल में रहने वाली 18 वर्षीय एक छात्रा के की दुष्कर्म के बाद हत्या के दो दिन बाद गुरुवार को विभिन्न राजनीतिक दलों ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), आम आदमी पार्टी (आप) और वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) ने इस मामले में दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास अठावले शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि अगर मुंबई जैसे भीड़भाड़ वाले शहर में यह हाल है, तो राज्य के मुफस्सिल हिस्सों में क्या स्थिति होगी, जहां छात्राएं हॉस्टलों में रहती हैं।
मुंबई की आप अध्यक्ष प्रीति शर्मा-मेनन ने भी इस घटना की निंदा की है। राज्य के सबसे अधिक पुलिस वाला क्षेत्र, जहां मंत्रालय और राजभवन दोनों से कुछ ही मिनटों की दूरी पर हैं, में ऐसा अपराध चौंकाने वाला है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वीबीए के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर जांच की ताजा जानकारी के लिए मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में अधिकारियों से मिलने गए। जबकि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए परिसर के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रीति शर्मा के अनुसार, छात्रावास दयनीय स्थिति में है और वार्डन की भूमिका संदिग्ध है। अधिकारियों ने केवल महिलाओं के लिए बने परिसर में एक अनधिकृत व्यक्ति को रहने की अनुमति कैसे दी।
उन्होंने आगे कहा कि इस जघन्य कृत्य के लिए हॉस्टल वार्डन पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए। राज्य के सभी हॉस्टलों के संचालन की पारदर्शी जांच कराई जाए। साथ ही सरकार को पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान करना चाहिए।
वहीं तापसे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को लोगों को स्पष्ट करना चाहिए कि महाराष्ट्र के शक्ति अधिनियम जैसे महत्वपूर्ण कानून को अमल में क्यों नहीं लिया गया और एमवीए सरकार के फैसले को भाजपा सरकार द्वारा लंबित क्यों रखा गया। इस बीच, अठावले शुक्रवार को मुंबई में मृत लड़की के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे।