हैदराबाद डेस्क/ केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि उनका मंत्रालय भारत को अगले पांच साल में 1000 अरब डॉलर वाली डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में कार्यरत है।
यहां सोमवार को आरंभ हुए ‘वल्र्ड कांग्रेस ऑन इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी (डब्ल्यूसीआईटी)’ के इतर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इसमें 60 लाख से 75 लाख नई नौकरियां पैदा करने की संभावना है।
नई प्रौद्योगिकी से नौकरियां कम हो जाने की आशंका को दूर करते हुए उन्होंने कहा कि नई प्रौद्योगिकी से अगर 10 नौकरियां जाएंगी तो 100 नई नौकरियां पैदा होंगी।
मंत्री ने बताया कि 1980 के दशक में जब भारत में कंप्यूटर आया तो उसका विरोध इस आशंका से हो रहा था कि इससे नौकरियां समाप्त हो जाएंगी लेकिन यह सबसे बड़ा नौकरी पैदा करने वाला साबित हुआ।
प्रसाद का मानना है कि प्रौद्योगिकी में लोगों को सशक्त बनाने और नौकरियां पैदा करने की अनोखी विशेषता होती है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन, इंटरनेटर ऑफ थिंग्स और रोबोटिक्स जैसी नई प्रौद्योगिकी से आगे फिर भारत सशक्त बनेगा और नई नौकरियां पैदा होंगी।