TIL Desk लखनऊ: आज प्रेस क्लब लखनऊ में EVM हटाओ सेना व राइट टू रिकाल पार्टी के भीलवाड़ा, राजस्थान से आए पवन कुमार ने एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से प्रदर्शन कर यह दिखाया कि दो बार लगातार केला चिन्ह पर बटन दबाने पर दोनों बार काले शीशे वाली वी.वी.पी.ए.टी. मशीन में दिखाई तो केला दिया लेकिन प्रिंट के अंदर एक पर्ची केला की छपी और दूसरी सेब की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह मशीन भारतीय औद्योगिक संस्थान दिल्ली के इंजीनियर और अमेरिका से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल किए हुए अहमदाबाद के रहने वाले राहुल चिमनभाई मेहता ने बनाई है जो खुद EVM हटाओ सेना वा राइट टू रिकाल पार्टी से भी जुड़े हुए हैं |
जो लोग वी.वी.पी.ए.टी की 100% प्रतिशत गिनने की बात कर रहे हैं वह भी समझ लें कि उसमें भी गड़बड़ी की संभावना है पर्चियां तो वी.वी.पी.ए.टी की उतनी ही गिनी जाएगी जितनी EVM पर बटन दबे।