लखनऊ डेस्क/ बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को पुणे के भीमा कोरेगांव में दलित शौर्य दिवस के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे जश्न के दौरान भड़की हिंसा के लिए भगवा झंडाधारियों को जिम्मेदार ठहराया है। बुधवार को एक प्रेस रिलीज़ जारी कर मायावती ने कहा, भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस के 200वीं सालगिरह के मौके पर दलित समाज के लोगों पर ‘भगवा झंडाधारियों’ द्वारा किया गया हमला, हिंसा और दंगा दलित स्वाभिमान को कुचलने का फासीवाद प्रयास है।
मायावती ने कहा कि इस हिंसा में लिप्त सभियो दोषियों को सख्त कानूनी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस शर्मनाक घटना की जितनी भी निंदा व भर्त्सना की जाए वह कम है। मायावती ने कहा कि महारष्ट्र में बीजेपी की साजिश व संलिप्तता का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिला के शब्बीरपुर गांव की तरह ही भीमा कोरेगांव में भी जातीय संघर्ष कराने का प्रयास किया गया।
मायावती ने आरोप लगाया कि शौर्य दिवस के मौके पर बहुत बड़ी संख्या में दलित पहुंचे थे। उन्हें सुरक्षा देने की बजाय ‘भगवा ब्रिगेड’ के लोगों ने हमला कर दिया। यह बीजेपी सरकार की साजिश व संरक्षण के बिना संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा मामले में न्यायिक जांच के आदेश सिर्फ दिखावटी है।