यूपी डेस्क/ यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता और बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी को दिल का दौरा पड़ा उनकी हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि जेल में उनसे मिलने गई उनकी पत्नी को भी दिल का दौरा पड़ा है। जेल में जैसे ही इन दोनों की हालत बिगड़ी तुरंत ऑक्सीजन लगाकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। बांदा के अस्पताल से अब दोनों को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी मऊ की सदर विधानसभा सीट पर 1996 से लगातार विधायक हैं। उन पर एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे हैं।
मुख्तार अंसारी के चुनाव को लेकर प्रदेश की नजर इसलिए भी टिकी थी कि समाजवादी पार्टी में इनकी पार्टी कौमी एकता दल के विलय को लेकर मुलायम परिवार में ही दो फाड़ हो गया था। आखिरकार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ना सिर्फ मुख्तार अंसारी को पार्टी में लेने से मना किया बल्कि सभी बाहुबलियों को सिरे से नकारा भी। बाद में अंसारी बंधुओं ने बीएसपी का दामन था। बीएसपी ने न सिर्फ सदर विधानसभा सीट से मनोज राय का टिकट काटकर मुख्तार अंसारी को दिया बल्कि घोसी से इनके बेटे अब्बास अंसारी को वसीम खां उर्फ चुन्नू खां का टिकट काटकर दिया गया। मुख्तार के भाई सिगबगतुल्लाह को भी गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद विधानसभा सीट से बीएसपी ने टिकट देकर पूर्वांचल में मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश की थी।
नेता मुख्तार अंसारी बीएसपी के टिकट पर उत्तर प्रदेश की मउ विधानसभा सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे, मगर दो अन्य सीटों पर चुनाव लड़ रहे उनके बेटे और भाई को हार का सामना करना पड़ा था। मुख्तार की पार्टी कौमी एकता दल का विधानसभा चुनाव से पहले बीएसपी में विलय कर दिया गया था। मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी मउ जिले की घोसी सीट से जबकि भाई सिबगतुल्ला अंसारी गाजीपुर जिले की मुहम्मदाबाद (यूसुफपुर) सीट से चुनाव लड़ रहे थे, मगर इन दोनों को ही पराजय का मुंह देखना पड़ा था।