मेरठ डेस्क/ नरेंद्र मोदी ने मेरठ में शनिवार को रैली की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले देखा होगा कि कांग्रेस गांव-गांव जाकर ये बता रही थी कि यूपी को कैसे लूटा जा रहा है? यूपी सरकार को बदनाम कर रहे थे। कांग्रेस कह रही थी कि यूपी सरकार बेइमान है, गुंडागर्दी करती है। अब वे साथ हैं। उन्होंने कहा- ” ये चुनाव SCAM के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है। ‘S’ यानी Samajwadi, ‘C’ यानी Congress, ‘A’ यानी Akhilesh, ‘M’ यानी Mayawati।” बता दें कि इस रैली में मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़ और गाजियाबाद जिले के 18 विधानसभा सीट के कैंडिडेट्स शामिल हुए। मोदी ने कहा- “मुझे आज मेरठ की पवित्र धरती पर आने का सौभाग्य मिला है। 1857 का स्वतंत्रता संग्राम का आगाज यहीं से हुआ था। मेरा सौभाग्य है कि उत्तर प्रदेश के चुनावों का बिगुल बजाने का सौभाग्य मुझे मिला है। उस समय अंग्रेजों से मुक्ति की लड़ाई थी और आज गरीबी से मुक्ति की लड़ाई है। उस समय विदेशी ताकतों से लड़ाई थी और आज भ्रष्ट लोगों के खिलाफ लड़ाई है।” कांग्रेस गांव-गांव जाकर ये बता रही थी कि यूपी को कैसे लूटा जा रहा है? यूपी सरकार को बदनाम कर रहे थे। कांग्रेस कह रही थी कि यूपी सरकार बेइमान है, गुंडागर्दी करती है। अब रातों- रात ऐसा क्या हो गया कि दोनों गले लग गए। राजनीति में गठबंधन तो हमने देखे हैं, लेकिन ऐसा गठबंधन पहली बार देखा। जो सुबह-शाम एक-दूसरे के खिलाफ बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ते थे, वो आज गले लगकर कह रहे हैं- बचाओ, बचाओ, बचाओ।
मोदी ने कहा- “आज माफियाओं से हमारी लड़ाई है। ये लड़ाई भ्रष्टाचार कर, गुंडाराज चलाकर, अपराधियों को राजनीतिक आश्रय देने वालों के खिलाफ लड़ाई है।” “भाइयो-बहनो! यूपी के पास देश का सबसे बढ़िया राज्य बनने की क्षमता है। जमीन है, प्राकृतिक संसाधन हैं, किसान हैं, संकल्पशील युवा हैं।” “यूपी के नौजवानों को मां-बाप, खेतखलिहान छोड़कर शहरों में झुग्गी-झोपड़ी में जिंदगी गुजारनी पड़ती है।’ मोदी ने कहा- “आपने जो मुझे काम दिया है, ढाई साल हो गए, मोदी के नाम पर कोई कलंक है क्या? देश का नुकसान हुआ हो, ऐसा कोई काम किया है क्या। देश को सर झुकाना पड़े ऐसा कोई काम किया है क्या?” “मुझे यूपी का कर्ज चुकाना बाकी है। ढाई साल में दिल्ली में आपने मुझे बिठाया। बहुत सारे गरीबों,मध्यमवर्ग, नौजवान, शोषित, महिलाओं, दलितों के लिए मैंने काम किया। लेकिन, यूपी के लिए कुछ और काम करना बाकी है।”
“मैं उत्तर प्रदेश में कितना ही अच्छा क्यों ना करना चाहूं, लेकिन यहां रुकावटें पैदा करने वाली सरकारें बैठी रहीं, तो दिल्ली से योजनाएं चलेंगीं वो यहां अटक जाएंगी। ये जब तक यूपी में बैठी हुई सरकार को नहीं हटाते हैं, तो दिल्ली से जो मैं भेज रहा हूं, वो यहां पहुंचेगा ही नहीं।” पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का द्वार है मेरठ| “मेरठ आजादी के सेनानियों को जन्म देने वाली धरती है। हिंदुस्तान का नौजवान मेरठ के खेल-कूद के साधनों से भारत को विजयी बनाता है। मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का द्वार है।” लेकिन, मेरठ का हाल क्या है। कोई सामान्य नागरिक शाम को घर जिंदा लौटेगा, इसकी गारंटी है क्या? क्या कारण है कि निर्दोष नागरिकों को मार दिया जा रहा है। यूपी में हत्या करने वालों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है। यहां गुंडागर्दी राजनीतिक आश्रय में पली-बढ़ी है। गुंडागर्दी को आश्रय देने वालों को हटाना है कि नहीं? मां-बहन की इज्जत बचानी है कि नहीं बचानी है?”
केंद्र ने राज्य को पैसे दिए | “गरीबों को बीमारी में सरकार की तरफ से मदद मिले, मां-बहनों को मदद मिले, गरीबों को मदद मिले इसलिए भारत सरकार ने करीब 4 हजार करोड़ रुपया यूपी सरकार को दिया था। इसमें 2014-15 से ढाई हजार करोड़ रुपए नहीं खर्च कर पाए और हिसाब देने से कतराते रहते हैं।” – “2015-16 में हमने ये फंड 7 हजार करोड़ कर दिया। इसमें से भी यूपी सरकार 2800 करोड़ से ज्यादा पैसे ये लोग खर्च नहीं पाए। ये कौन सी राजनीति थी कि पैसों को गरीबों की दवाई के लिए भी खर्च नहीं करते थे।” – “वोटबैंक देखकर पैसे दे रहे थे ये लोग, इसी वजह से पैसे पड़े रहे। क्या बीमारी की जाति होती है, वोट बैंक होता है? लेकिन यूपी सरकार हर चीज वोट बैंक के तराजू से तौलती रही है। इसका नतीजा ये है कि यूपी के विकास में ये लोग रुकावट बने हुए हैं।” – “अमृत योजना के तहत यूपी सरकार को 7200 करोड़ रुपया दिया गया। साल पूरा हो गया खर्च किया 400 करोड़। इससे ज्यादा जनता के साथ धोखा क्या हो सकता है। ये सरकार रुकावट है, इसे हटाना है, तब जाकर विकास की संभावना है।”