लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है| लखनऊ के हजरतगंज में समाजवादी छात्रसभा व अन्य युवा संगठन के कार्यकताओं ने विधानभवन तक शांतिपूर्ण मार्च निकाला| इस दौरान कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया| नेताओं की गिरफ्तारी पर समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि सहारनपुर के शब्बीरपुर एवं चंद्रपुर में हुई हिंसा और छात्रों-नौजवानों सहित महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचारों के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के खिलाफ पुलिस की बर्बरता निंदनीय है|
उन्होंने कहा कि लखनऊ के हजरगंज में समाजवादी छात्र सभा एवं अन्य युवा संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार को पुलिस ने जो बर्बर व्यवहार किया वह निंदनीय है और भाजपा सरकार की अलोकतांत्रिक मानसिकता का प्रदर्शन है| शासन-प्रशासन का यह रवैया संविधान में प्रदत्त अधिकारों के विरूद्ध है| उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के 70 दिन के कार्यकाल में बढ़ती अराजकता, दलितों के उत्पीड़न, महिलाओं से बलात्कार, लूट एवं हत्या की घटनाओं से जनता में भारी अंसतोष है| जनाक्रोश को लेकर सैकड़ों छात्र-नौजवान ने विधानभवन तक शांतिपूर्ण मार्च निकालकर सरकार को ज्ञापन देने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने अंबेडकर प्रतिमा एवं महात्मा गांधी पार्क के पास ही अवरोधक लगाकर लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया|
आज के प्रदर्शन में गिरफ्तार किए गए समाजवादी पार्टी के विधायक सुनील सिंह यादव ‘साजन‘, ऋचा सिंह (पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष इलाहाबाद विश्वविद्यालय) पीडी तिवारी, बृजेश यादव, डॉ राजेश यादव, रोहित शुक्ला, चौधरी चंदन सिंह, दिलीप यादव, जय प्रताप यादव, राकेश यादव, विपेन्द्र यादव, अनिल, मनोज यादव आदि प्रमुख रहे| रिहा होने के बाद ऋचा सिंह ने कहा कि पुलिस ने छात्राओं एवं महिलाओं के साथ अपमानजनक दुव्र्यवहार किया और शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बिना किसी कारण के बल प्रयोग किया|