भोपाल डेस्क/ मध्यप्रदेश में आ रही लगातार गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की शिकायतों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर तल्ख हो गए हैं और उन्होंने अधिकारियों कर्मचारियों से कहा है कि गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई करें नहीं तो मैं एक्शन लूँगा। राज्य के महिला बाल विकास विभाग के 104 कर्मचारियों पर कार्रवाई हो चुकी है वहीं 26 को नौकरी से बाहर कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान नेविकास गतिविधियों और जन-कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में निवास कार्यालय से मंत्रीगण और विधायक साथियों से वर्चुअली बैठक लेते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के प्रति राज्य शासन की जीरो टॉलरेंस की नीति है। भ्रष्टाचार के मामलों में त्वरित कार्यवाही की जा रही है। जहाँ गड़बड़ होगी वहाँ दोषियों को तत्काल दंडित किया जाएगा। महिला बाल विकास विभाग में 104 लोगों पर कार्रवाई की गई है और 26 को नौकरी से बाहर किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने अफसरों से कहा कि जो भी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आती हैं या अखबारों में रिपोर्ट शक्ति हैं उन्हें गंभीरता से लें अफसरों ने एक्शन नहीं लिया तो मैं कर लूंगा। उन्होंने आगे कहा जनता को राहत देने के लिए स्वच्छ प्रशासनिक व्यवस्था का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है। मैदानी पोस्टिंग में कर्मठ और संवेदनशील अधिकारी-कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मंत्री तथा विधायक अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों के रख-रखाव के लिए सक्रिय रहें। प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों और स्व-सहायता समूह की बहनों के साथ सतत संवाद करें। यह सुनिश्चित किया जाये कि योजनाओं और विकास गतिविधियों का संचालन पूरी पारदर्शिता के साथ हो।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में जुड़े पात्र हितग्राहियों से संवाद के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे। जिलों में संचालित विकास गतिविधियों और जन- कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की मॉनिर्ंग मीटिंग का क्रम जारी रहेगा। विधायक इन बैठकों में सक्रियता से भाग लें।