लखनऊ डेस्क / स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा बीएसपी छोड़े जाने के बाद और एसपी नेता और कैबिनेट मंत्री आजम खां से मुलाकात के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि वो एसपी में जाएंगे लेकिन शायद ऐसा नहीं होगा। उन्होंने सीएम अखिलेश के भी मंसूबों पर पानी फेरते हुए 24 घंटे के अंदर दूसरा सियासी धमाका किया है।
मौर्या ने दो दिन पहले बीएसपी का साथ छोड़कर बीएसपी को झटका दिया और अब सूबे की सत्ताधारी पार्टी यानी एसपी जो उन्हें अपना बनाने के सपने देख रही थी के भी सपने को तोड़ दिया। उन्होंने एसपी पर हमला करते हुए उसे ‘गुंडों की पार्टी’ करार दिया है। उन्होंने एसपी को ‘गुंडों की पार्टी’ कहकर एक बार फिर सियासी पलटवार कर दिया। इससे पहले गुरूवार को सूबे की सीएम अखिलेश यादव ने मौर्या की प्रशंसा कर हलचल मचा दी थी। कयास लगाए जा रहे थे कि वे एसपी में जा सकते हैं।
मौर्या के ताजा बयान ने तो उनके एसपी में जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। इसके साथ ही अब यह भी साफ होता जा रहा है कि शायद मौर्या बीजेपी की तरफ जा सकते हैं। हालांकि उन्होंने बीएसपी छोड़ने के बाद बीजेपी और बीएसपी दोनों पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि बीएसपी पीछे के दरवाजे से बीजेपी का साथ देती है। बीजेपी ने हालांकि, मौर्या को लेकर किसी प्रकार का संकेत नहीं दिया है।
इससे पहले सूबे के सीएम अखिलेश यादव ने तो यहां तक कह दिया था कि मौर्या अच्छे नेता हैं लेकिन गलत पार्टी में हैं। हालांकि, उनकी प्रशंसा काम नहीं आई और थोड़ी देर बाद ही मौर्य़ा ने साफ कर दिया कि उन्हें एसपी का सहारा नहीं चाहिए। ऐसे में राजनीतिक पंडित मानते हैं कि उनके लिए बीजेपी ही एक बड़ी पार्टी नजर आ रही है।
इसके साथ ही बताया जा रहा है कि बीएसपी के लिए यह नुकसान बड़ा हो सकता है। मौर्या बीएसपी में खास मुकाम रखते थे। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि उनके साथ कुछ अन्य विधायक भी बीएसपी से नाता तोड़ सकते हैं। जोड़-तोड़ की राजनीति यूपी में बहुत तेजी से शुरू हो गई है।