TIL Desk लखनऊ:👉मदरसों के सोर्स ऑफ इनकम को लेकर दारुल उलूम के प्रवक्ता सुफियान निज़ामी का बयान……………. मदारिसे इस्लामिया मुल्क की हालत को दूर करने के लिए अपनी कोशिशें को अंजाम दे रहे हैं सोर्स आफ इनकम का जो मामला है वह अवामी चंदा होता है जकात की रकम को मदरसे में देते हैं जो मुसलमान मालदार हैं वह अपने खैरात की रकम को मदरसे में देते हैं |
मुल्क के अंदर जियाहलत को दूर करने के लिए मदरसे ने योगदान दिया है यह कहना कि मदरसे की फंडिंग खाड़ी देश से हो रही है यह सही नहीं है जितने आश्रम जितने मदरसे इस मुल्क में है जो आगामी चंदा लेते हैं जो आश्रमों को जो मानने वाले उनकी भी जांच होनी चाहिए किसी भी इदारे को गैर मुल्क पैसा नहीं दे सकता सिर्फ मदरसे को लाकर इस कानून के तहत लाकर बदनाम करना यह सही नहीं है मदरसे को लेकर ही सब कहना गैर कानूनी है
बाइट:::: सुफियान निज़ामी, प्रवक्ता दारुल उलूम