बांदा डेस्क/ यूपी के बांदा में एक बोर्डिंग स्कूल में एक दर्जन से अधिक बच्चों के साथ कुकर्म का मामला सामने आया है। स्कूल का केयर टेकर क्लास थर्ड, फोर्थ के मासूमों को लालच देकर अपने कमरे में बुलाकर काफी समय से यौन शोषण कर रहा था। किसी को कुछ बताने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देता था। मासूमों की शिकायत करने पर पुलिस जांच कर रहीं है।
एक बच्चे द्वारा हिम्मत जुटाकर मुंह खोलने के बाद कई बच्चे सामने आ गए। बच्चों ने बताया कि वह एक-एक कर अपने कमरे में बुलाता और गलत काम करता था। घटना की शिकायत डीआईजी ज्ञानेश्वर तिवारी से की गई है। यह स्कूल एनआरएचएम घोटाले में फंसे नाम बदलकर (असली नाम चरण सिंह कुशवाहा) पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा का है। घटना सामने आने के बाद सनसनी फैल गई है। अधिकतर पेरेंट्स अपने बच्चों को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते हैं। पेरेंट्स ने बताया कि कई बच्चे अपनी बात सुनाते-सुनाते रो पड़े। बच्चे डरे हुए हैं।
बांदा के अतर्रा में ज्ञानस्थली बोर्डिंग स्कूल बसपा सरकार में मंत्री रहे एनआरएचएम घोटाले के आरोपी बाबूसिंह कुशवाहा का है। 7 साल के छात्र ने 2 दिन पूर्व अपने परिजनों को अपने और अन्य छात्रों के साथ हो रहे इस अमानवीय कृकृत्यों की जानकारी दी। पीड़ित छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल में केयर टेकर रामकृपाल उर्फ बाबा अंकल रोजाना रात में जबरन छात्रों को लालच देकर अपने कमरे में बुलाता था फिर गलत काम करता था। मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देता था। वार्डन ने जब इस पर आपत्ति की तो अगले दिन उसे हॉस्टल से निकाल दिया गया। वहीं पीड़ितों के परिजनों का कहना है कि पूरे मामले को स्कूल प्रबंधन दबाने में लगा है और पुलिस भी इस मामले पर कोई कार्रवाई करने की जगह जांच के नाम पर गुमराह कर रही है।
मामले की जानकारी होने के बाद परिजनों ने स्कूल प्रबंधन से इसकी शिकायत की, लेकिन आरोपी मालिकान के करीबी होने के चलते स्कूल प्रबंधन ने उस पर कार्रवाई करने के बजाय उसे एक अन्य स्कूल भागवत प्रसाद मेमोरियल कान्वेंट में प्रबंधक बना कर भेज दिया। पीड़ितों ने परिजनों के साथ एसपी, बांदा श्रीपति मिश्र से घटना की शिकायत की, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ितों ने देर सोमवार की शाम को डीआईजी ज्ञानेश्वर तिवारी को उनके आवास पर जाकर पूरी बात बताई। मामले की जानकारी होने के बाद डीआईजी ने घटना में जांच के आदेश दिए हैं।