स्पोर्ट्स डेस्क/ रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत की युवा टीम कल यहां त्रिकोणीय निधास ट्वेंटी-20 कप के शुरुआती मैच में श्रीलंका से भिड़ेगी जिसमें इन खिलाड़ियों का लक्ष्य अगले साल होने वाले विश्व कप के लिये चयनकर्ताओं की नजरों में बने रहने का होगा। बांग्लादेश इस सीरीज में तीसरी टीम है। हालांकि भारत के छह शीर्ष खिलाड़ियों को आराम दिया गया है जिससे युवा खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करने का यह अच्छा मौका होगा। ऋषभ पंत, दीपक हुड्डा और मोहम्मद सिराज टीम में शामिल हैं जो अगर इसमें नहीं होते तो अपनी संबंधित आईपीएल टीमों के शिविरों में इस लीग के शुरू होने का इंतजार कर रहे होते।
जिन खिलाड़ियों को मैच में खेलने का मौका मिलेगा, उनका लक्ष्य सिर्फ एक ही होगा कि वे इस मौके का पूरा फायदा उठा सकें क्योंकि आईसीसी विश्व कप से पहले उन्हें इतने मौके नहीं मिलेंगे जिसमें बस 16 महीने का समय बचा है। हालांकि यह टी-20 टूर्नामेंट है लेकिन वे अच्छे प्रदर्शन से राष्ट्रीय चयन समिति को आकर्षित कर सकते हैं जो मध्यक्रम में सीमित बल्लेबाजी स्थान और शायद रिजर्व तेज गेंदबाजों के लिये उनके नाम पर विचार कर सकते हैं।
इस सत्र में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ अपनी और उसकी सरजमीं पर 18 अंतरराष्ट्रीय (छह टेस्ट, आठ वनडे और चार टी-20 ) मैच खेले हैं। इस टूर्नामेंट में दोनों के बीच दो लीग मुकाबले खेले जाएंगे। फाइनल में पहुंचने वाली टीम पांच मैच खेलेगी। ज्यादातर मौकों पर भारतीय टीम ने श्रीलंका को पस्त किया है और कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा के पास ट्रॉफी घर लाने के कई कारण दिखते हैं। रोहित दक्षिण अफ्रीका दौरे के खराब प्रदर्शन के बाद फार्म में वापसी को बेताब होंगे। वह अफ्रीकी दौरे पर एक वनडे में केवल ही सैकड़ा जड़ सके थे। प्रेमदासा स्टेडियम में रोहित अपने जोड़ीदार शिखर धवन के साथ शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे।
दिनेश कार्तिक के पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने और विकेटकीपिंग करने की उम्मीद है जिससे छठे स्थान के लिये द्वंद्व दीपक हुड्डा और ऋषभ पंत के बीच होगा। प्रेमदासा में दूधिया रोशनी में विकेट धीरे धीरे धीमा ही होगा, वाशिंगटन सुंदर और युजवेंद्र चहल दो स्पिनर विकल्प हैं। शार्दुल ठाकुर ने दक्षिण अफ्रीका में प्रभावित किया था, उनके जयदेव उनादकट के साथ नयी गेंद से गेंदबाजी करने की उम्मीद है।