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तीन राज्यों से 3 दिग्गज BJP से रूठे, दिए गए तीनों को नोटिस

नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी बागी नेताओं के खिलाफ ऐक्शन मोड में है। हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज को नोटिस जारी किया जा चुका है। यही हाल कर्नाटक में पार्टी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल का है। हालांकि, पार्टी में बागी सुर अपना रहे नेताओं की संख्या दो पर सीमित नहीं है। इनमें राजस्थान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और महाराष्ट्र में विधायक पंकजा मुंडे का नाम भी शामिल है।

किरोड़ी लाल मीणा
भाजपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को ‘फोन टैप’ किये जाने का का आरोप लगाने पर कारण बताओ नोटिस भेजा है। पार्टी की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि मीणा ने सार्वजनिक रूप से यह आरोप लगाकर सरकार की 'छवि धूमिल' की है कि उनका फोन टैप किया जा रहा है। नोटिस में कहा गया है, 'आप (किरोडी लाल मीणा) भाजपा के सदस्य हैं और पार्टी टिकट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। आप (मीणा) राजस्थान सरकार में मंत्री भी हैं। हाल में आपने मंत्रिपरिषद से अपने इस्तीफे की खबर अखबार में छपने के लिए उपलब्ध कराई। आपने सार्वजनिक बयान देकर भाजपा सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप भी लगाया, जो कि असत्य है।'

पंकजा मुंडे
पंकजा भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार रहे दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। वह फिलहाल महाराष्ट्र सरकार में पर्यावरण मंत्री हैं। ऐसा माना जाता है कि राज्य की सत्ता में देवेंद्र फडणवीस का कद बढ़ने के साथ ही पंकजा दरकिनार महसूस करने लगी थीं। हाल ही में उन्होंने बयान दे दिया था कि उनके पिता के समर्थक चाहें तो नई पार्टी बना सकते हैं। रविवार को पंकजा ने कहा, 'मेरे पिता गोपीनाथ मुंडे को प्यार करने वाले लोगों की संख्या इतनी है कि वह खुद का राजनीतिक दल बना सकते हैं।' इसके साथ ही अटकलों का दौर शुरू हो गया था कि वह भाजपा से दूरी बना सकती हैं। हालांकि, सोमवार को ही उन्होंने इससे इनकार किया है।

अनिल विज
मंत्री अनिल विज को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश इकाई के प्रमुख मोहन लाल बडोली पर बार-बार निशाना साधने को लेकर सोमवार को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया। प्रदेश भाजपा प्रमुख बडोली ने विज को जारी नोटिस में कहा, ‘‘आपको सूचित किया जाता है कि आपने हाल ही में पार्टी (प्रदेश) अध्यक्ष (बडोली) और मुख्यमंत्री पद के खिलाफ सार्वजनिक बयान दिए हैं। ये गंभीर आरोप हैं और पार्टी की नीति और आंतरिक अनुशासन के खिलाफ हैं।’’

बडोली ने कहा कि विज को नोटिस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार जारी किया जा रहा है। इसमें कहा गया, 'हम आपसे तीन दिन के भीतर इस विषय पर लिखित स्पष्टीकरण देने की अपेक्षा करते हैं।' कारण बताओ नोटिस में विज से कहा गया कि उनका 'कदम न केवल पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है, बल्कि यह ऐसे समय में आया, जब पार्टी पड़ोसी राज्य (दिल्ली) में चुनाव प्रचार कर रही थी।' नोटिस में कहा गया, 'चुनाव के समय, एक सम्मानित मंत्री पद पर रहते हुए, आपने यह जानते हुए भी ये बयान दिए हैं कि इससे पार्टी की छवि धूमिल होगी। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।' अंबाला छावनी से सात बार के विधायक विज (71) लगातार सैनी पर निशाना साध रहे थे।

बसनगौड़ा पाटिल यतनाल
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सोमवार को असंतुष्ट भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को एक नया कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे पूछा कि ‘आश्वासन देने के बाद भी उसका उल्लंघन करने’ पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। यतनाल ने भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पाके खिलाफ बगावत कर दी है।

यतनाल को भेजे पत्र में केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने कहा, 'पार्टी ने आपके द्वारा लगातार दिए जा रहे तीखे बयान और पार्टी अनुशासन के उल्लंघन को संज्ञान में लिया है, जो भारतीय जनता पार्टी के संविधान और उसके नियमों में निहित अनुशासन संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है।' उन्होंने कहा, 'पहले के कारण बताओ नोटिस के जवाब में आपने अच्छे व्यवहार और आचरण का आश्वासन दिया था, लेकिन आप अपने ही आश्वासनों का उल्लंघन और अवहेलना जारी रखे हुए हैं। कृपया कारण बताएं कि पार्टी को आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं करनी चाहिए। आपका स्पष्टीकरण इस नोटिस के मिलने के 72 घंटे के भीतर नीचे हस्ताक्षरकर्ता तक पहुंच जाना चाहिए।'

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