यूपी डेस्क/ उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2018 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं एक साथ छह फरवरी से शुरू होंगी। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम घोषित कर दिया है। हाईस्कूल की परीक्षा 14 कार्य दिवसों में 22 फरवरी तक चलेगी। जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 25 कार्य दिवसों में 10 मार्च तक पूरी होगी। परीक्षा दो पालियों में पूर्व की ही तरह संपन्न कराई जाएगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इण्टर की परीक्षा में वर्ष 2018 की परीक्षा में कुल 67 लाख 29 हजार 5 सौ 40 परीक्षार्थी सम्मिलित होने जा रहे हैं। बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में संस्थागत और व्यक्तिगत मिलाकर कुल 33 लाख 12 हजार 5 सौ 8 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। जबकि इंटर की परीक्षा में 30 लाख 17 हजार 32 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे।
इस बार की परीक्षा में पिछली बार की तुलना में 6 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। इसके साथ ही परीक्षा को नकलविहीन और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए भी बोर्ड ने व्यापक तैयारियों का भी दावा किया है। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक, वर्ष 1990 के बाद पहली बार परीक्षा की तिथियां समय से दो माह पहले घोषित की गई हैं। जिससे परीक्षार्थी तनाव मुक्त होकर परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। उन्होंने कहा है कि परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में भी पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि शासन की मंशा के ही अनुरूप नकल विहीन और पारदर्शी तरीके से पूरी परीक्षा सम्पन्न कराई जाएगी।
वहीं दूसरी ओर यूपी बोर्ड के तय समय से पहले परीक्षा कार्यक्रम घोषित करने का शिक्षक संगठन भी स्वागत कर रहे हैं। शिक्षकों का मानना है कि सरकार की ओर से छात्रों के हित में उठाया गया ये बेहतर कदम है। इससे यूपी बोर्ड के छात्रों को भी सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड से पढ़ने वाले छात्रों की ही तरह मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का पूरा समय मिलेगा।