उत्तर प्रदेश डेस्क/ उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं तो समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव सख्त हो गए हैं | चिंता ज्यादा है तो सख्त भी ज्यादा हो गए हैं | नेताजी अपने ही कार्यकर्ताओं पर बरसे और वो बोल गए जो विरोधी बोलते हैं | अब तक जो आरोप विरोधी लगाया करते थे मुलायम सिंह यादव ने भी खुद वही बातें कैमरे पर कह दी | चुनाव करीब आता देख मुलायम सिंह यादव को अपने कार्यकर्ताओं के आचरण की याद आ गई है | खुद कह रहे हैं कि जमीन-पैसे के पीछे कुछ कार्यकर्ता लगे हैं | अब बीजेपी कह रही है कि सिर्फ कहने से नहीं होगा कार्रवाई करें |
छह महीने बाद चुनाव होने के आसार हैं लेकिन खुद मुलायम सिंह यादव के घर में सबकुछ ठीक ठाक नहीं है | कौमी एकता दल के विलय को लेकर हुआ झगड़ा सामने आ चुका है लेकिन अब तो सवाल ये है कि क्या समाजवादी पार्टी में सबकुछ ठीक है? मुलायम सिंह यादव इससे पहले भी कई मौकों पर अखिलेश सरकार के कई मंत्रियों की भी क्लास ले चुके हैं | बेटे को भी कैमरे पर डांट चुके हैं | कार्यकर्ताओं को तो कभी नारेबाजी करने पर, कभी हंगामा करने पर झिड़क चुके हैं | लेकिन दबंगई और पैसों की बात कहकर खुद की सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है |
लखनऊ में समाजवादी पार्टी दफ्तर में पूर्व प्रधानमंत्री एम चन्द्रशेखर की पुण्य तिथि पर कार्यक्रम का आयोजन था | अखिलेश यादव के जाने के बाद मुलायम पहुंचे और कार्यकर्ताओं को ये खरी-खरी सुना दी |
दरअसल छवि की चिंता सिर्फ अखिलेश को ही नहीं है| सर्वे पर सर्वे आ रहे हैं और किसी में भी समाजवादी पार्टी जीतती नहीं दिख रही है | ऐसे में मुलायम की फटकार का सीधा मतलब ये है कि सरकार और पार्टी की छवि सुधारो और जिन लोगों ने छवि खराब की है उसकी जानकारी दो | लेकिन मुलायम ने जिस तरह दबंगई की बात खुद कबूली है उसने विरोधियों को हमले का हथियार दे दिया है |