बिजनौर डेस्क/ समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के धामपुर में दिवंगत सपा नेता शेर अली के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी इमारतों पर बुलडोजर चल रहा है, भाजपा की अवैध इमारतों पर बुलडोजर नहीं चल रहा है। उन्होंने ने कहा कि भाजपा की बनारस में 20 हजार से ज्यादा अवैध इमारत हैं, उन पर बुलडोजर कब चलेगा।
सपा नेता ने कहा कि बसपा भाजपा को हराना नहीं चाहती बल्कि सपा प्रत्याशियों की जीत को रोकने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवारों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय में फाइनल किया जाता है। सपा नेता ने कहा, बसपा बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर और उसके संस्थापक कांशीराम के रास्ते से भटक गई है। बसपा ने भाजपा के साथ सांठगांठ की है और उसकी बी-टीम के रूप में काम करती है। पिछले विधानसभा चुनावों में, भाजपा कार्यालय ने बसपा के उम्मीदवारों को अंतिम रूप दिया। बसपा के उम्मीदवार जीत के लिए नहीं, बल्कि सपा के उम्मीदवारों को जीतने से रोकने के लिए मैदान में उतारे गए थे।
सपा प्रमुख ने दावा किया कि विपक्षी दलों को बदनाम करने के लिए छापेमारी की जा रही है, क्योंकि वे सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा, लेकिन जनता जागरूक है और समझती है कि सभी छापे आगामी लोकसभा चुनावों से प्रेरित हैं। सपा नेता ने विधानसभा चुनाव में धामपुर सीट पर बेहद कम अंतर से हुई हार पर कहा कि चुनाव में जीते हुए को हरा दिया गया। भाजपा नेता का एक ऑडियो वायरल हुआ, ऑडियो फर्जी नहीं बल्कि असली था। हमारी सरकार आने पर उस ऑडियो की फॉरेंसिक जांच कराकर यह पता किया जाएगा कि प्रशासन के लोगों का इसमें कितना हस्तक्षेप था।
उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। महंगाई बढ़ रही है, गन्ने का रेट अभी तक नहीं बढ़ा। नौकरी मांगने पर बेरोजगारों पर लाठियां बरसाईं जा रही हैं। भाजपा सरकार बदले की भावना से लोगों पर कार्रवाई कर रही है। सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग की ओर से सभी छापेमारी राजनीतिक मंशा से विपक्षी नेताओं के यहां की जा रही है। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि क्या वह उस आईपीएस अधिकारी के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई करेगी, जिसका व्यवसायी से पैसे मांगने का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर आया था।