लखनऊ डेस्क/ यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने स्वेटर नहीं पहनने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, जब वो स्वेटर पहनने के लिए जाती है, तो बच्चों का चेहरा याद आ जाता है। उन बच्चों से मेरा रिश्ता मां जैसा है। वो जब तक स्वेटर नहीं पहनेंगी, जब तक बच्चों को स्कूल में स्वेटर नहीं मिल जाते हैं। सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा है- बच्चों को स्वेटर न मिलने तक गर्म कपड़े न पहने का संकल्प लिया था, लेकिन अब बेसिक शिक्षा मंत्री ने शॉल ओढ़ ली है। उनका ये संकल्प खोखला है ।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था- सरकार बार-बार स्वेटर के टेंडर कैंसिल कर रही है। बच्चे सरकार की तरफ से दिए जाने वाले स्वेटर का इन्तजार ही कर रहे हैं। कहीं ऐसा न हो हमारे बच्चे झूठी उम्मीदों की आग तापते ही रह जाएं और उधर टेंडर प्रक्रिया पूरी होते-होते मई और जून आ जाए। अखिलेश के ट्वीट पर यूपी की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने इस ट्वीट कर जवाब दिया। उन्होंने कहा-“मिस्टर एक्स सीएम, आपकी सरकार रहते हुए 5 सालों तक बच्चे आग ही तापते रहे थे। हमारी सरकार में बच्चे जल्दी ही स्वेटर पहने नजर आएंगे।
प्रदेश सरकार ने एक स्वेटर के लिए अधिकतम 170 रुपये का बजट निर्धारित किया है। जिसमें 1 करोड़ 53 लाख बच्चों को स्वेटर बांटने पर 260 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। बता दें, इस साल विभाग की तरफ से बच्चों को यूनिफार्म, बुक्स और जूते-मोजे भी टाइम से नहीं बांटे गए थे। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह ने कहा, हमने भारत सरकार के पोर्टल GEM पर ई-टेंडरिंग के लिए एड निकाले थे। इस पर कई तरह के लोगों ने अपना इंट्रेस्ट दिखाया था। उसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। किसी तकनीकी कारणों से इसमें देरी हो रही है। पहले सरकार की तरफ से 30 नवम्बर का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन पूरा नहीं हो पाया। हम बहुत जल्दी सारे बच्चों को स्वेटर देंगे। हमने इस बारे में शिक्षा विभाग के डायरेक्टर को भी जल्द बंटवाने का निर्देश दिया है। हर बच्चे को ठंड से बचाकर पढ़ाई कराना हमारी जिम्मेदारी है।