लखनऊ डेस्क/ रायबरेली के ऊंचाहार से लखनऊ के लिए पैसेंजर ट्रेन से आ रही एक रेप विक्टिम को तेजाब पिलाने की कोशिश की गई। विरोध करने पर उसके चेहरे पर एसिड फेंक दिया गया। बता दें, इस महिला के साथ इससे पहले भी रेप और गैंगरेप को अंजाम दिया गया था। सीएम आदित्यनाथ ने विक्टिम से हॉस्पिटल में मुलाकात की और हरसंभव मदद देने की बात कही। वहीं, इस मामले में दो आरोपियों अरेस्ट किया गया है। साथ ही आरपीएफ के चार कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है।
योगी ने पीड़िता को 1 लाख रुपए का चैक दिया। साथ ही इस मामले में योगी ने एडीजी रेलवे गोपाल गुप्ता को तलब किया है। योगी के आने के बाद कैबिनेट मंत्री रीता जोशी ने भी विक्टिम से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक, गुरुवार दोपहर मोहनलालगंज के पास पहुंची रायबरेली पैसेंजर ट्रेन में कुछ लोगों ने इस महिला को जबरदस्ती एसिड पिलाने की कोशिश की। जब महिला ने विरोध किया तो उसपर एसिड फेंक दिया। हमलावर इसके बाद यहां से भाग निकले।
अगले स्टेशन पर विक्टिम को उतारा गया और वहां से उसे एक प्राइवेट व्हीकल से ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है। रेप विक्टिम के पति ने मीडिया को बताया, “हमें पहले से ही धमकियां मिल रही थीं। गुरुवार को मैं पत्नी को ट्रेन में बैठाकर बेटी को परीक्षा दिलाने चला गया। करीब 4 बजे पता चला कि पत्नी पर बदमाशों ने तेजाब फेंक दिया है और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यह काम आरोपी पक्ष के लोगों का है।”
साथ ही उन्होंने बताया कि रेप विक्टिम का मुंह बंद कराने के लिए उसे तेजाब पिलाने की कोशिश की गई है। रेप विक्टिम रायबरेली जिले के ऊंचाहार थाना एरिया के तवाईयाधनी गांव की रहने वाली है। इसमें उसने बताया था कि उसके साथ 11 दिसंबर 2008 पहले रेप किया गया और बाद में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया।