लखनऊ डेस्क/ खादी ग्रामोद्योग के कर्मचारी दिनेश कुमार अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर खादी मंत्री सत्यदेव पचौरी की शिकायत करेंगे | दिनेश ने बताया है कि उन्हें मंत्री जी की बातों से बहुत दुख पहुंचा है | उन्होंने कहा कि वह इतने सालों से यहां काम कर रहे हैं और बड़े लोग उन्हें कुछ भी बोल देते हैं | दिनेश ने कहा, मंत्री जी को हमने बताया था कि हम यहां साल 1999 से काम कर रहे हैं और मुझे चार हजार रुपए तनख्वाह मिलती है | इसके बाद मंत्री जी ने कहा कि ऐसे तेड़े मेड़े लोगों को रखोगे तो क्या सफाई होगी |
दिनेश ने बताया कि मंत्री जी के इस बयान से वह बहुत चिंतित हैं | उन्होंने कहा, ‘इतने साल हो गए | आजतक मैंने किसी को शिकायत का मौका नहीं दिया है | इससे पहले भी तीन-चार मंत्री बदले जा चुके हैं लेकिन कभी किसी ने उनके काम पर सवाल नहीं उठाया | दिनेश ने आगे कहा, मंत्री जी क्यों इतना भड़क गए थे उन्हें नहीं पता | उनकी अपनी सोच है और उनका अपना कहना है | उन्होंने कहा, बड़े लोग तो कभी भी कुछ भी बोल सकते हैं | उनके बोलने में क्या जाता है | मगर मेरे साथ गलत हुआ है | इसलिए मैंने योगी जी से मिलने का विचार किया है| मैं उनके सामने अपनी बातें रखूंगा |
दिनेश ने कहा, मंत्री जी माफी मांगे या ना मांगे लेकिन उन्होंने जो बोला है वो गलत है | ऐसे में या तो मंत्री जी साबित करें कि मैं विकलांग हूं | क्योंकि डॉक्टर ने जो रिपोर्ट बनाई है उसमे साफ है कि जो कर्मचारी यहां काम कर रहे हैं उनके कोई दिक्कत नहीं है | इस मामले पर यूपी सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘’सत्यदेव पचौरी सरकार के वरिष्ठ मंत्री है | उन्होंने भी इस बात का संज्ञान लिया है कि भविष्य में इस तरह के शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाएगा |जिससे किसी की भावनाएं आहत न हों
दरअसल कल योगी सरकार के मंत्री सत्यदेव पचौरी ने भरी महफिल में दिव्यांग सफाई कर्मचारी को अपमानित किया था | मंत्री एक वीडियो में सफाई कर्मचारी की तरफ इशारा करते हुए कह रहे हैं कि इस ‘लूले लंगड़ों’ को संविदा पर रख रखा है | वीडियो में सत्यदेव पचौरी दिव्यांग सफाई कर्मचारी को यह भी कहते हैं कि ऐसा आदमी क्या सफाई कर पाएगा | सफाई कर्मचारी से जब उसकी तनख्वाह पूछी जाती है तो वो अपनी तनख्वाह चार हजार रुपये बताता है |बता दें कि मोदी लहर में सत्यदेव पचौरी कानपुर की गोविंद नगर सीट से जीत कर विधानसभा आए हैं | योगी आदित्यनाथ की मेहरबानी से खादी और ग्रामोद्योग का मंत्रालय मिला|