अयोध्या डेस्क/ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के अधिकार क्षेत्र के 65 किमी परिधि के भीतर लखनऊ-फैजाबाद-गोरखपुर चार-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों किनारों पर औद्योगिक गलियारे स्थापित कर रही है।
100 एकड़ में फैला उद्योग केंद्र, अयोध्या मास्टर प्लान -2031 का हिस्सा बनेगा, जिसे एडीए द्वारा तैयार किया जा रहा है। एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के मुताबिक, अगले महीने मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है और इसे राज्य सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
अन्य विकास परियोजनाओं के विपरीत, एडीए किसानों से भूमि का अधिग्रहण नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि उद्योगपति सीधे भूमि मालिकों से भूखंड खरीदेंगे और एडीए बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा। औद्योगिक केंद्र 100 एकड़ के क्षेत्र को कवर करेगा।
नया मास्टर प्लान रिंग रोड से दोनों तरफ प्रस्तावित औद्योगिक गलियारों के साथ फैला हुआ है। राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत लगभग 114 विकास परियोजनाओं को मास्टर प्लान में शामिल किया गया है।
राम मंदिर के निर्माण के बीच, अयोध्या आधुनिक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के साथ एक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। शहर में जल्द ही त्रेता युग के माहौल का आह्वान करने वाले उद्यानों के साथ-साथ सभी प्रवेश बिंदुओं पर राम द्वार नामक भव्य दरवाजे होंगे।
प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी विकास दीपक कुमार ने कहा कि परियोजना की समय सीमा युद्ध स्तर पर पूरी की जाएगी। बस्ती और गोंडा जिले के गांवों को एडीए के तहत शामिल करने का एक और प्रस्ताव है।