बेंगलुरु डेस्क/ राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए सरकार द्वारा 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें टिक-टॉक भी शामिल है। जिसके बाद, टिक-टॉक का ही विकल्प भारतीय एप-चिंगारी को लोगों का प्यार मिलने लगा, वहीं इस एप को 30 लाख लोगों ने डॉउनलोड कर लिया है।
इस एप को बेंगलुरु स्थित प्रोग्रामर बिस्वत्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले साल बनाया था, यह एप गूगल प्ले स्टोर पर शीर्ष स्थान पर चल रहा है। नायक ने कहा, चूंकि भारतीयों को इस समय देसी और टिक-टॉक की तरह ही प्लेटफार्म की जरुरत थी, इसलिए हम उनके अपेक्षाओं पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे हैं। चिंगारी एप एक नया बेंचमार्क सेट कर रहा है, बहुत सारे निवेशक हमारे एप में रुचि दिखा रहे हैं। हम इस प्लेटफार्म को समाज के लिए मुफ्त सेवा देंगे।
उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने टिक-टॉक का कभी उपयोग नहीं किया, लेकिन इस देसी एप का समर्थन करते हुए उन्होंने इसे डॉउनलोड किया। उन्होंने ट्वीट किया, आप को और ताकत देता हूं। चिंगारी यूजर्स को वीडियो डाउनलोड करने और अपलोड करने, दोस्तों के साथ चैट करने, नए लोगों के साथ बातचीत करने, सामग्री साझा करने और फीड के माध्यम से ब्राउज करने की अनुमति देता है। एप्लिकेशन अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलुगु भाषा में उपलब्ध है।