TIL Desk लखनऊ👉 *राजधानी में “आलमी यौम-ए-उर्दू” कार्यक्रम का आयोजन*
“सारे जहाँ से अच्छा, हिंदुस्ता हमारा” के खालिक अल्लामा इक़बाल के जन्मदिन के मौके पर हुआ कार्यक्रम|
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ट्रस्ट ने किया कार्यक्रम का आयोजन |
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली बतौर मुख्य अतिथि मौजूद |
विशेष अतिथि के तौर पर डॉ तारिक़ सिद्दीकी अध्यक्ष एआईपीसी ईस्ट यूपी, एक्स आईएएस अनीस अंसारी, शमून हफ़ीज़ नोमानी, अतीक फारूकी हुए शामिल |
उर्दू और उसके विकास को लेकर मेहमानों ने की चर्चा |
उर्दू की फिक्र के साथ अब्दुल नासिर लगातार कर रहे हैँ काम : अतीक फारूकी
उर्दू ब्रिज का काम करती है, एहसास को बताने के लिए एक नहीं बल्कि कई शब्द है, उर्दू को हल्के में ले लिया और उसे हिन्दू और मुस्लिम में बाँट दिया : तारिक़ सिद्दीकी
अल्लामा इक़बाल सिर्फ उर्दू ही नहीं बल्कि इस्लाम के जानकर थे, उनकी किताब जवाब ए शिकवे से दुनिया का मसला हल किया जा सकता है : मौलाना खालिद रशीद