नई दिल्ली डेस्क/ महंगे स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी वन प्लस देश में इंजीनियरिंग पर बड़ा दांव खेल कर देश में नवाचार को बढ़ावा देना चाहती है। उसे उम्मीद है कि भारत अगले तीन साल में उसका सबसे बड़ा शोध एवं विकास (आर एंड डी) केंद्र होगा। कंपनी ने हाल ही में हैदराबाद में अपना आरएंडडी केंद्र स्थापित किया है। उसकी शेन्जेन, ताइवान और अमेरिका में इसी तरह के केंद्र हैं। कंपनी की आरएंडडी टीम में करीब 700 लोगों काम कर रहे हैं।
वनप्लस के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पेटे लाऊ ने बताया, “हम भारत को कंपनी के लिये वैश्विक प्रतिभा केंद्र बनाना चाहते हैं। यह विचार एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा है, हमें सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को जोड़ेना है और उन्हें प्रशिक्षित करना है और लंबे समय तक उनके साथ काम करना है… हम उम्मीद करते हैं कि भारत तीन या उससे अधिक वर्षों में हमारा सबसे बड़ा आरएंडडी केंद्र होगा।”
उन्होंने कहा कि कंपनी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा की खोज के लिये आईआईटी जैसे शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज के संपर्क में है। वर्तमान में हमारी भारत की आरएंडडी टीम में 100 लोगों हैं। लाऊ ने कहा, “हम कृत्रिम मेधा (एआई) जैसे सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने पर ध्यान दे रहे हैं।” हालांकि, उन्होंने यह बताने से इनकार किया भारत की आरएंडडी में कितने लोगों को और शामिल किया जायेगा।