लखनऊ डेस्क/ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधान मंडल के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष के आचरण पर सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा कि ऐसी चीजों से वे विधायिका को ‘अविश्वसनीयता’ के दायरे में खड़ा कर रहे हैं।
योगी ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा “राज्यपाल प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख हैं। अगर सदन अपने संवैधानिक प्रमुखों का सम्मान नहीं करेगा तो लोकतांत्रिक प्रणाली के सामने स्वयं एक गंभीर संकट खड़ा होगा।”
योगी ने कहा, “राज्यपाल का अपमान इस प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख का अपमान नहीं था, बल्कि वास्तव में हम विधायिका को एक अविश्वसनीयता के दायरे में खड़ा कर रहे हैं। जनता हमें संदेह की नजरों से इसीलिए देखती है क्योंकि हममें से हर व्यक्ति कहीं ना कहीं उस दायरे में आ जाता है।”
उन्होंने कहा, “राज्यपाल महोदया एक संवैधानिक प्रमुख होने के साथ-साथ महिला भी हैं। कम से कम महिला के नाते तो सम्मान कर लेते।”
मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन की तरफ रुख करते हुए कहा “कभी हमारी इस विधायिका को लोग यह न मान लें कि यह ड्रामा कंपनी है। कोई लाल टोपी, कोई नीली टोपी, कोई पीली टोपी, कोई हरी टोपी पहन कर आ गया है। एक नई परिपाटी शुरू हो गई है। ऐसा तो कभी नहीं होता था। ड्रामा पार्टी में ही हम लोग यह सब देखते थे।”