श्रीनगर डेस्क/ जम्मू में अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल 57वें दिन भी जारी रहने की वजह से जनजीवन प्रभावित रहा। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के घाटी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों ने लोगों से शनिवार और रविवार एयरपोर्ट रोड, शहर के मध्य में स्थित लाल चौक और जिला मुख्यालय पर कब्जा करने का आह्वान किया है जिसके मद्देनजर कर्फ्यू लगाया गया है। जबकि बाकी कश्मीर में भी कर्फ्यू लागू रहेगा। वहीं 57 दिनों से जनजीवन अस्त-व्यस्त बना हुआ है।
शहर के उन इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है जहां शुक्रवार को इसे लागू किया गया था। हालात में सुधार को देखते हुए घाटी के अन्य इलाकों से भी कर्फ्यू हटा लिया गया है। शैक्षिक संस्थान और निजी दफ्तर बंद रहे जबकि सार्वजनिक परिवहन के साधन सड़कों से नदारद बने हुए है। बीती आठ जुलाई को दक्षिण कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी को एक मुठभेड़ में मार गिराए जाने के बाद से घाटी में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए संघर्ष में दो पुलिस कर्मियों सहित 70 व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि कई हजार जख्मी हो गए। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा की आशंका के मद्देनजर पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, बारामुल्ला और पट्टन शहरों के अलावा श्रीनगर के कुछ हिस्सों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया था।