लखनऊ डेस्क/ 2019 लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में समाजवादी पार्टी और बीएसपी गठबंधन पर पूरे देश की नजर है। अब ऐसे में बीएसपी चीफ मायावती ने सोमवार को कहा कि यूपी में उनकी पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन का ऐलान दोनों दलों के सीटों का मसला सुलझा लिए जाने के बाद किया जाएगा।
मायावती ने बताया, “संसदीय चुनावों में अभी कुछ वक्त है। जब चुनाव नजदीक आएगा, तो दोनों पार्टियां सीटों को समायोजित करेंगे और फिर घोषणा करेंगे” । जब उनसे पूछा गया कि संभावित गठबंधन को लेकर क्या भारतीय जनता पार्टी ‘डरी’ हुई है, उन्होंने कहा कि ये होना तो स्वाभाविक है, होने दीजिए। उन्होंने कहा, “बीजेपी और आरएसएस की सांप्रदायिक ताकतों को धर्मनिरपेक्ष ताकतों का एकजुट होकर आगे बढ़ना बिल्कुल पंसद नहीं होगा।”
मायावती कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जनता दल-सेक्युलर (JDS) के लिए प्रचार करने पहुंची हैं। मतदान 12 मई को होना है| एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस जैसी पार्टियां कभी बीएसपी पर दबाव नहीं बना सकतीं और न ही बना पाएंगी।
बीएसपी और एसपी के बीच ये ‘दोस्ती’ करीब 2 दशक के बाद फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में शुरू हुई। नतीजे भी काफी सकारात्मक आए, एसपी-बीएसपी गठबंधन ने बिना कांग्रेस के सहयोग के दोनों सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद से ही लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के साथ उतरने की बात कही जा रही है।
कुछ दिन पहले एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि दोनों पार्टियों के बीच मजबूत गठबंधन बना है। उन्होंने कहा था कि तीन चुनाव इसकी बानगी हैं, फूलपुर-गोरखपुर, राज्यसभा चुनाव में हमने दिखाया है कि हम मिलकर बेहतरीन तरीके से चुनाव जीत रहे हैं। हालांकि, अखिलेश ने भी कहा है कि समय आने पर ही गठबंधन पर सबकुछ साफ हो सकेगा।