लखनऊ डेस्क/ नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में प्रदेश में कई दिनों तक विभिन्न शहरों में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रव करने वालों के खिलाफ पुलिस अब ‘एक्शन मोड’ में आ गई है। प्रदेश के कई जिलों में जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को हिंसा होने की आशंका को लेकर शासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस की नजर जुमे की नमाज में एकत्र होने वाली भीड़ पर है। इसको लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी हो गया है। आगरा सहित आधा दर्जन कई जिलों में गुरुवार को शाम सात बजे से शुक्रवार तक मोबाइल इंटरनेट को बंद रखा जाएगा।
कहीं उपद्रवियों की तलाश में दबिश दी जा रही है तो कहीं आम लोगों की मदद से गुनाहगारों की पहचान की जा रही है। सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों को नोटिस भेज रहा है। पुलिस ने अफवाह को लेकर संभ्रांत लोगों के साथ धर्मगुरुओं से अफवाह की खंडन करने की अपील की। सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
लखनऊ में भी जिला प्रशासन सतर्क है। यहां पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जुमे की नमाज को लेकर शांति की अपील की है। मौलाना ने रामगंज, मुफ्ती गंज व हुसैनाबाद में दौरा किया। इन लोगों ने सभी से शांति व अमन बनाने की अपील की है। यहां मौलाना कल्बे जव्वाद, मौलाना रजा हैदर, मौलाना रजा हुसैन के साथ मौलाना कमरुल हसन ने शांति की अपील की। उधर, धर्मगुरु फिरंगी महली ने लोगों से शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए लोगों को एक दिन रोजा रखने की अपील की है।
आईजी (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि सीएए के खिलाफ 10 दिसंबर से अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रदर्शनों, आगजनी, तोड़फोड़ और पुलिस पर फायरिंग व अन्य घटनाओं में 327 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। एक हजार 113 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए और 5 हजार 558 लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में लिया है।