नई दिल्ली डेस्क/ चीन में फैल रहे कोरोना संक्रमण के बाद सारी दुनिया एक बार फिर अलर्ट पर है। चीन में इस बीएफ़.7 नाम का कोविड सब-वेरिएंट क़हर ढाता दिख रहा है। चीन की तरफ़ से भले है संक्रमण की असर को कमतर दिखाया जा रहा हो लेकिन वहां से आ रही तस्वीरें भयावह हैं। भारत में कल बीएफ़.7 सबवेरिएंट के कुछ मामले मिले हैं जिसके बाद से भारत सरकार की सक्रियता बढ़ गई है। एक बार भी पुरानी कोविड गाइडलाइन्स चर्चा शुरू हो गई है।
इसी सिलसिले में आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है लेकिन भारत में बीते एक साल में कोविड-19 के मामलों में कमी दर्ज की जाती रही है। उन्होंने कहा “मौजूदा वक्त में पूरे देश में रोज़ाना औसतन कोरोना के 153 मामले दर्ज हो रहे हैं, इसकी तुलना में पूरे विश्व में रोज़ाना क़रीब 5.87 लाख कोरोना के नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। “
“जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, ग्रीस और इटली जैसे देशों में इस वायरस के संक्रमण के मामले तो अधिक हैं ही इसके होने वाली मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। ” मनसुख मांडविया ने संसद को बताया कि पिछले कई दिनों से मीडिया में चीन में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और इससे होने वाली मौतों को लेकर ख़बरें छप रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में सरकार के उठाए कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर आम नागरिकों तक कोविड वैक्सीन पहुंचाई है और अब तक 220.2 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें टीका पाने के लिए योग्य आबादी के 90 फीसदी को कोविड के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं जबकि 22.3 करोड़ की आबादी को एहतियातन प्रीवेन्टिव डोज़ दिया जा चुका है। “