लखनऊ डेस्क/ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या करने की घोषणा की थी। मंगलवार को योगी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इससे जुडे़ प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी गई। इसके साथ ही फैजाबाद और इलाहाबाद मंडल का नाम भी बदल दिया गया है। इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी बैठक में लिए गए।
सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वाराणसी के राजघाट पुल पर हुए हादसे में 25 मौत होने के मामले में न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को सदन में रखने को अनुमोदन कर दिया गया है।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में वित्तविहीन शिक्षकों को मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। प्रदेश में ऐसे 19275 स्कूल हैं। इसके तहत 18 मंडलों से एक-एक लोगों को 25-25 हजार पुरस्कार 25 दिसम्बर को अटल जयंती पर दिया जाएगा। 15 वर्ष की नियमित सेवा शिक्षक के लिये और 20 वर्ष की नियमित सेवा प्रधानाचार्य के लिये अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि मक्का की 1700 रुपये एमएसपी तय की गई है। 20 रुपये प्रति कुंतल अलग से ढुलाई दिया जाएगा। 20 जिलों में खरीद होगी। 214.9 करोड़ का बजट है। एक लाख मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य रखा गया है। सिद्धार्थनाथ ने बताया कि चिकित्सा विश्विद्यालय की सेवा नियमावली में पांचवा संशोधन किए जाने को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। लेक्चरर की जगह असिस्टेंट प्रोफेसर का पद होगा। लखनऊ मेट्रो रेल को 48.03 वर्ग मीटर जमीन राजकीय पॉलीटेक्निक के पास फैजाबाद रोड पर दी गई है।
उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ कारीडोर के लिए 130 भवन और अधिग्रहीत किए जाएंगे। 166 पहले अधिग्रहित हो चुके हैं। इसके लिये 413 करोड़ का बजट है। इसमें 190 करोड़ स्वीकृत किया जा चुका है। इसके साथ नए मेडिकल कॉलेज सोसाइटी मोड में चलेंगे। गुजरात, राजस्थान व मध्य प्रदेश का यह मॉडल उप्र में भी लागू होगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री इसकी संचालन कमेटी के अध्यक्ष होंगे।