बेंगलुरु डेस्क/ कर्नाटक चुनाव प्रचार में सोनिया गांधी भी उतर गईं हैं। उन्होंने 21 महीने बाद बीजापुर में रैली की। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने विकास का काम किया है। मोदी जी को इस बात का गर्व है कि वो बहुत अच्छा भाषण देते हैं, मैं इस बात से सहमत हूं। लेकिन वो एक अभिनेता की तरह भाषण देते हैं। लेकिन उनके भाषण से देश का पेट भर सकता है तो और भी भाषण दें। केवल भाषण से पेट नहीं भर सकता है। उसके लिए तो दाल-चावल चाहिए। आज ही दिन नरेंद्र मोदी ने भी बीजापुर में चुनावी सभा की। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का बांटो और राज करो की नीति में भरोसा है। वह भाई से भाई को लड़ा रही है। इस विधानसभा चुनाव में कर्नाटक से कांग्रेस का सफाया हो जाएगा।
‘मोदी अपने सामने किसी को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। उन्हें कांग्रेस मुक्त भारत का जुनून है। उन्हें इसका भूत लगा है। ‘मोदी जहां भी जाते हैं गलत ही बोलते हैं, इतिहास से खिलवाड़ करते हैं।’ ‘मोदी चुनाव में सिर्फ नफरत फैलाते हैं, लेकिन मैं जानती हूं कि आप बीजेपी और उनकी इस राजनीति को सफल नहीं होने देंगे। ‘इससे पहले ऐसा प्रधानमंत्री देखा है जो सिर्फ बातें ही करता हैं’ ।
सोनिया गांधी का चुनाव प्रचार में उतरना बताता है कि काग्रेस कर्नाटक को जीतने में कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहती है। बता दें कि सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी। उन्होंने आखिरी बार 2016 में यूपी विधानसभा चुनाव में वाराणसी में रोड शो किया था। जहां उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें हेलिकॉप्टर से दिल्ली ले जाया गया था। सोनिया गांधी का कर्नाटक में रैली करने पर बीजेपी ने तंज कसा है। कर्नाटक बीजेपी की ओर से ट्वीट किया गया कि सोनिया अपना आखिरी किला बचाने के लिए उतर रही हैं।