लखनऊ डेस्क/ बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों से गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री योगी से अपने आवास पर मुलाकात की। सीएम ने परिवार वालों को न्याय का भरोसा दिया है। सरकार ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। शहीद इंस्पेक्टर के नाम पर रोड और काॅलेज का नाम रखा जाएगा। बैंक का बकाया करीब 25 लाख का हाउस और शिक्षा लोन सरकार चुकाएगी।
शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी रजनी अपने दोनों बेटों और बहन के साथ सुबह लखनऊ पहुंची थीं। सीएम ने कहा- जो लोग गलतफहमी में हैं कि वह बच जाएंगे, यह सवाल ही नहीं उठता है। बुलंदशहर में कई टीमें जांच कर रही हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। परिवार के साथ जिले के प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग, डीजीपी ओपी सिंह, एटा विधायक सतपाल भी सीएम आवास पर मौजूद रहे। पत्नी रजनी ने बताया कि घटना से तीन दिन पहले शहीद सुबोध ने गोकशी के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसको लेकर एक विधायक का बार-बार फोन आ रहा था। सीएम ने हर पहलू की जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया है।
कथित गोकशी की शिकायत के बाद योगेश राज की अगुवाई में चिंगरावठी इलाके में सोमवार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान इंस्पेक्टर समेत दो लोगों की मौत हो गई थी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में आगजनी और तोड़फोड़ की थी। सड़क पर भी कई वाहन फूंक दिए थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया था। पुलिस को बचाव में गोलियां भी चलानी पड़ीं। पथराव के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह घायल हो गए और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। गोली लगने से सुमित नामक युवक की भी जान चली गई थी। हिंसा में मृतक सुमित कुमार सहित 28 को नामजद और 60 पर केस दर्ज किया गया है। मामले में अब तक चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जबकि मुख्य आरोपी बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज फरार है।