लखनऊ डेस्क/ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 नवंबर को, छठ के अवसर पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को ढाई हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार देंगे। इस आशय की घोषणा करते हुए योगी ने काशी के लोगों से अनुरोध किया कि वह दीवाली के मौके पर अपने घरों में लगी लाइटों और सजावटों को ना उतारें। 12 नवंबर तक उन्हें वैसे ही रहने दें और उसदिन प्रधानमंत्री से विकास कार्यों का सुन्दर उपहार मिलने के बाद फिर से दीये जलाएं और दीवाली मनाएं।
मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी के काशी आगमन से जुड़े कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। योगी ने ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे जनपद में स्वच्छता अभियान पर विशेष जोर देते हुए नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि कचरे का डिब्बा ठीक सड़क किनारे ना लगवा कर आसपास लगवाएं ताकि सड़कों को गंदगी ना फैले। लोगों को स्वच्छता का एहसास भी हो।
मुख्यमंत्री ने करीब 111 करोड़ रुपये की लागत से बने वाराणसी-बाबतपुर चार-लेन सड़क मार्ग के डिवाइडर पर लगे पेड़ों को आकर्षक रूप से सजाने का निर्देश दिया। उन्होंने वाराणसी से हल्दिया तक 1380 किलोमीटर लंबे जल मार्ग से माल ढुलाई के लिए रामनगर में 208 करोड़ रुपये की लागत से बने देश के पहले आईडब्ल्यूटी मल्टीमॉडल टर्मिनल के रास्ते की सफाई पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने 186.48 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सीवरेज ट्रीटमेण्ट प्लांट दीनापुर, 34 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सीवरेज पम्पिंग स्टेशन तथा 155.87 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इंटरसेप्शन सीवर मेन की लाइनों की समुचित सफाई का निर्देश जलनिगम के अभियंताओं को दिया।
योगी ने वाराणसी में 10 एकड़ भूखंड पर निराश्रित महिला व बच्चों के लिए आवासीय शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने के अपने पुराने निर्देश पर हुए अमल की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह के साथ 21, 22 व 23 जनवरी, 2019 को वाराणसी में होने वाले भारतीय प्रवासी दिवस कार्यक्रम की तैयारियों एवं अब तक की प्रगति की भी समीक्षा की।