लखनऊ डेस्क/ पुलिस ने प्रदेश में तैनात 25 हजार होमगार्ड को हटा दिया है। पिछले महीने भी 17 हजार होमगार्ड जवानों को ड्यूटी से हटाया गया था। माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा होमगार्ड का मानदेय बढ़ाने के आदेश के कारण यह फैसला लिया गया है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस को होमगार्ड्स पर हर महीने एक करोड़ 68 लाख रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे थे।
अब तक उत्तर प्रदेश में 42 हजार होमगार्ड रोजगार विहीन हो चुके हैं। डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि, उन्हें बेरोजगार नहीं बल्कि कुछ समय के लिए उनकी ड्यूटी खत्म की गई है। हालांकि, डीजीपी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि, कब तक होमगार्ड ड्यूटी पर लौटेंगे? वहीं एडीजी का कहना है कि जिलों में तैनात अतिरिक्त होमगार्ड्स को हटाया गया है।
थानों व ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पुलिस विभाग होमगार्डों को प्रतिमाह 25 दिन ड्यूटी देता था। लेकिन, अब उन्हें 15 दिन ड्यूटी मिलेगी। डीजी होमगार्ड्स जीएल मीना ने बताया कि, प्रदेश में 98 हजार होमगार्डस हैं। जिनमें से 25 हजार का वेतन यूपी पुलिस की फंड से जा रहा था, जो उन्होंने वेतन न दे पाने की वजह से वापस कर दिया है। इससे पहले इसी माह वेतन बजट की वजह से 17 हजार होमगार्ड्स को यूपी पुलिस ने वापस कर दिए थे। यूपी पुलिस एक करोड़ 68 लाख लाख रुपए के करीब होमगार्ड के लिए प्रत्येक माह देती थी।