TIL Desk नई दिल्ली/ नोटबंदी के फैसले को लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर हमले कर रहा है | दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे पर एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा | उन्होंने कहा कि वह कम पढ़े-लिखे होने के कारण नोटबंदी के विनाशकारी परिणामों के बारे में पहले से नहीं सोच पाए |
दिल्ली के मुख्यमंत्री उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि प्रधानमंत्री की डिग्री की ‘सच्चाई’ का खुलासा हो क्योंकि यह जनता का ‘संवैधानिक अधिकार’ है | सीएम केजरीवाल ने यहां अपने आवास पर संवाददाताओं को बताया, लोगों का मानना है कि क्योंकि मोदीजी कम शिक्षित हैं इसलिए उन्होंने बगैर किसी से चर्चा किए नोटबंदी का फैसला ले लिया है | अब जब इसके कारण लोगों का जीवन दूभर हो गया है तो वह स्थिति से नहीं निपट पा रहे हैं |
इससे पहले नोटबंदी के फैसले को वापस लेने की मांग कर चुके आप प्रमुख ने यह भी मांग की कि लोग जो पैसा जमा करा रहे हैं उसका इस्तेमाल किसानों और छोटे कारोबारियों की ऋण माफी के लिए किया जाए | इससे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर नोटबंदी से भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म करक दें तो वह ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाएंगे |
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि अगर नोटबंदी भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म कर दे, तो वह ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने को तैयार हैं | उन्होंने एक बार फिर कहा कि पीएम मोदी नोटबंदी के फैसले को वापस लें वरना अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी | उन्होंने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नोटबंदी के कारण श्रमिक, किसान, कारोबारी बर्बाद हो गए हैं. वहीं पीएम कपड़े बदलने में व्यस्त हैं. आप जो भी कहते हैं सबसे पहले आपको अपने ऊपर लागू करना चाहिए |